उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पहली सूची में पांच लोकसभा सीटों में से तीन पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इन तीनों सीटों पर भाजपा ने मौजूदा सांसदों को टिकट देकर उन पर विश्वास जताया है। नैनीताल संसदीय क्षेत्र से मौजूदा सांसद और केंद्र में रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, अल्मोड़ा सुरक्षित संसदीय सीट से मौजूदा सांसद पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा तथा टिहरी संसदीय क्षेत्र से टिहरी राज घराने की रानी मौजूदा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह को भाजपा ने फिर से इस बार चुनाव मैदान में उतारा है।

पार्टी ने अभी तक हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल की संसदीय सीटों पर उम्मीदवारों का एलान नहीं किया है। वहीं, उत्तराखंड में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस लोकसभा चुनाव को लेकर पिछड़ती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस के पास उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों के लिए मजबूत उम्मीदवार दिखाई नहीं दे रहे हैं।

हरिद्वार से मौजूदा सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक तथा पौड़ी से वर्तमान सांसद पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हैं। इन दोनों के राजनीतिक भविष्य को लेकर अभी संशय बना हुआ है। निशंक हरिद्वार में पिछले कुछ सालों से लगातार सक्रिय हैं और फिर से टिकट की मजबूत दावेदारी कर रहे हैं। जबकि हरिद्वार से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद इस बार लोकसभा टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।

पूर्व सीएम भी कर रहे टिकट की कोशिश

त्रिवेंद्र सिंह रावत की पैरवी करने में हरिद्वार के नगर विधायक मदन कौशिक लगे हुए हैंं। वैसे मदन कौशिक भी टिकट के दावेदारों में हैं। कौशिक और रावत उत्तराखंड की राजनीति में दोनों एक खेमे के माने जाते हैं, जबकि स्वामी यतिश्वरानंद को टिकट दिलाने के लिए योग गुरु स्वामी रामदेव बहुत सक्रिय हैं और पूर्व विधायक संजय गुप्ता भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।

पौड़ी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से मौजूदा सांसद पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का टिकट कटना निश्चित माना जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री रहते हुए तीरथ सिंह रावत कई विवादास्पद बयान दिए थे, वैसे पौड़ी संसदीय क्षेत्र से प्रधानमंत्री के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल का नाम भी चर्चाओं में है।

पिछड़ती दिख रही कांग्रेस

माना जा रहा है कि पूर्व राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी का नाम भी हरिद्वार और पौड़ी संसदीय क्षेत्र से सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। अभी हरिद्वार और पौड़ी संसदीय क्षेत्र को लेकर रहस्य बना हुआ है। जहां भाजपा ने उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से तीन पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, वहीं कांग्रेस खेमे में अभी तक सन्नाटा छाया हुआ है। हरिद्वार संसदीय क्षेत्र से हरीश रावत खुद दावेदार बने हुए हैं और वह साथ ही अपने बेटे के लिए भी हरिद्वार से टिकट मांग रहे हैं।

उधर, कांग्रेस से हरिद्वार संसदीय क्षेत्र के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। कांग्रेस टिहरी से अपने सबसे ताकतवर नेता पूर्व मंत्री और चकराता से मौजूदा विधायक प्रीतम सिंह को लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। कांग्रेस के पास नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा के लिए मजबूत उम्मीदवार नहीं है।