Ex BJP Leader Vinod Arya: अंकिता भंडारी केस में मुख्य आरोपी पुलकित आर्या और उनके परिवार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां पुलकित (Pulkit Arya) पर अंकिता भंडारी का मामला चल ही रहा है तो वहीं उनके पिता और भाजपा के पूर्व नेता विनोद आर्या (Ex BJP Leader Vinod Arya) के खिलाफ भी मंगलवार (14 दिसंबर) को हरिद्वार (Haridwar) में एक मामला दर्ज किया गया है। उनके ऊपर अपने ही ड्राइवर के साथ कथित रूप से यौन शोषण और जान से मारने की कोशिश का आरोप है।
बता दें कि विनोद आर्या (Vinod Arya) का ड्राइवर 25 वर्षीय रोबन कंबोज जिला सहारनपुर के छुटमलपुर निवासी है। उसका आरोप है कि उसकी नौकरी लगने के 3 दिन के बाद से ही डॉक्टर विनोद आर्या उसके साथ उल्टी सीधी हरकतें करता था।
बता दें कि विनोद आर्या पुलकित आर्य के पिता हैं। वहीं इसी साल 18 सितंबर को 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या का आरोप पुलकित पर है। बता दें कि 67 वर्षीय विनोद आर्या (former BJP leader Vinod Arya) ने तीन हफ्ते पहले पौड़ी जेल के जाने के दौरान अपने ड्राइवर पर चोरी करने और 25,000 रुपये लेकर भागने का आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद अब विनोद के ड्राइवर ने उनके खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया है।
25 वर्षीय रोहन ने वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क करने और एसएसपी कार्यालय में शिकायत का आवेदन भेजा, जिसके बाद विनोद आर्या के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
Vinod Arya FIR- इन धाराओं में हुआ केस दर्ज:
विनोद आर्य के खिलाफ हरिद्वार के ज्वालापुर थाने में धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध), 511 (आजीवन कारावास या अन्य कारावास के साथ दंडनीय अपराध करने का प्रयास), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके अलावा उनके खिलाफ 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के 506 (आपराधिक धमकी) तहत भी केस दर्ज हुआ है।
ज्वालापुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ आरके सकलानी के मुताबिक, नवंबर में ओएलएक्स के जरिए विनोद आर्या ने ड्राइवर को अपने यहां नौकरी पर रखा था। एसएचओ ने बताया कि विनोद आर्या को नियमित रूप से पौड़ी जेल में आना-जाना पड़ता था। ऐसे में उन्हें एक ड्राइवर की जरूरत थी। वहीं ड्राइवर ने विनोद आर्य पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया है।
उसने यह भी आरोप लगाया कि हाल ही में वह अपनी बाइक पर बाहर निकला था कि तभी कुछ लोगों ने उसे मारने के इरादे से उसकी बाइक में टक्कर मार दी। ज्वालापुर सर्कल अधिकारी (सीओ) निहारिका सेमवाल ने कहा कि शिकायतकर्ता उनके साथ है और उनके आधिकारिक बयान दर्ज होने के बाद ही अधिक जानकारी साझा की जा सकती है।
