उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ एक्शन में है। इसी कड़ी में बुधवार (27 अप्रैल, 2022) को आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह (IPS Alankrita Singh) पर योगी सरकार की गाज गिरी है। प्रशासन का कहना है कि ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने के लिए उन्हें सस्पेंड किया गया है। अलंकृता सिंह 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं।
प्रशासन ने बताया कि अलंकृता ऑफिशियल लीव के बिना ही छुट्टी पर थीं। राज्य सरकार द्वारा जारी पत्र के मुताबिक, अलंकृता सिंह ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित थीं और शासन की स्वीकृति के बिना ही विदेश चली गईं। उनकी इस लापरवाही को देखते हुए प्रशासन ने अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन एवं अपील) नियमावली-1969 के नियम 3 के तहत दिए गए अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। अलंकृता महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (1090) के पद पर तैनात थीं।
योगी सरकार में यह दूसरा मामला है जब किसी आईपीएस अधिकारी के निलंबन का कार्रवाई हुई है। इससे पहले गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को निलंबित किया गया था। राज्य सरकार का मानना था कि वे अपराध नियंत्रण में नाकाम रहे हैं। इसके बाद 31 मार्च को उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।
पिछले साल अक्टूबर से लगातार अनुपस्थित हैं अलंकृता सिंह
उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक, अलंकृता पिछले साल अक्टूबर से लगातार अनुपस्थित चल रही थीं। उन्होंने 19 अक्टूबर, 2021 को महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के एडीजी को वॉट्सऐप पर कॉल करके लंदन में होने की सूचना दी थी। इसके बाद, 20 अक्टूबर से लागातर वे अनुपस्थित थीं।
राज्य प्रशासन ने कहा कि आईपीएस अधिकारी छुट्टी की स्वीकृति के बिना कार्यस्थल से अनुपस्थित थीं और बिना शासकीय अनुमति के विदेश यात्रा पर थीं। इसके चलते अलंकृता सिंह को निलंबित करने का निर्णय लिया गया। सस्पेंड पीरियड के दौरान वे डीजीपी मुख्यालय से संपर्क में रहेंगी। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम पर अलंकृता का पक्ष स्पष्ट नहीं है क्योंकि उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं, राज्य सरकार ने फैसला लेते हुए यह संदेश दिया है कि लापरवाही को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।