उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार (30 अप्रैल) को कहा कि राज्य में सपा-बसपा गठबंधन से निपटने के लिये लोकसभा चुनाव 2019 से छह माह पहले भाजपा सरकार ब्रह्मास्त्र छोड़ेगी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष राजभर ने बलिया जिले के रसड़ा स्थित अपने निवास पर सोमवार को संवाददताओं से कहा कि राज्य में सपा और बसपा गठबंधन को हराने के लिये भाजपा ने तैयारी कर ली है। भाजपा ने ब्रह्मास्त्र बना लिया है और इसे लोकसभा चुनाव के छह माह पहले छोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस पिछड़े वर्ग की 17 जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल करने का झुनझुना थमाकर सरकार बनाती रही है।
राजभर के मुताबिक भाजपा सरकार ओबीसी को तीन श्रेणी में विभाजित करेगी । इससे समाज की मुख्यधारा से अलग-थलग पड़े ओबीसी वर्ग के बड़े तबके को न्याय मिलेगा तथा इस वर्ग के सहारे भाजपा आसानी से सपा-बसपा गठबंधन को पटखनी दे देगी। राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा ने गठबंधन किया है। यह दो ताकतें हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। राजभर ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल की चिंता मोदी नही हैं, बल्कि राहुल सत्ता के लिये तड़प रहे हैं। राहुल कांग्रेस से दूर हो गये दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदाय को सत्ता के लिये पार्टी में फिर से जोड़ने के लिये परेशान हैं।
इधर ओम प्रकाश राजभर के विवादित बयान के बाद उनके सरकारी आवास पर अंडे टमाटर फेंकने के मामले में पुलिस ने सोमवार दो और लोगों को गिरफ्तार किया। गौतमपल्ली पुलिस स्टेशन के प्रभारी विजयसेन सिंह ने बताया कि ””इस मामले में आज दो और लोगों पूजा यादव और मुलायम सिंह यादव को गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों समाजवादी छात्रसभा से जुड़े बताये जाते है। इस मामले में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में पहले ही मामला दर्ज हो चुका है।’’ उन्होंने बताया कि इस मामले में कल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिनमें लाल बहादुर यादव, अमित कुमार यादव और प्रमिल यादव शामिल थे।
मंत्री के घर की सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग के आधार पर अभी कई और लोग गिरफ्तार किये जा सकते है। बता दें कि राजभर ने गत 27 अप्रैल को वाराणसी में एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा था, ‘‘सबसे ज्यादा इल्जाम राजभरों पर लगता है लेकिन ज्यादातर शराब तो यादव और राजपूत पीते हैं। यह उनका पुश्तैनी धंधा है।’’ राजभर ने शराबबंदी की जरूरत बताते हुए कहा था कि शराब का दुष्परिणाम केवल वही मां, बहू और बेटी ही समझती हैं जिनके अपने लोग शराब पीकर घर लौटते हैं।’