तीन दिन ही बीते हैं जब सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि बहुत बड़ी गलती हो गई, उन्‍हें रेड मारनी थी पुष्‍पराज जैन के यहां और रेड मार दी गई पीयूष जैन के यहां। अखिलेश ने पीयूष जैन को बीजेपी का आदमी बताते हुए कहा कि बीजेपी वालों ने गलती से अपने ही आदमी के यहां रेड पड़वा दी। अखिलेश को ये बयान दिए हुए अभी तीन दिन ही हुए थे कि इनकम टैक्‍स की टीम सुबह-सुबह पुष्‍पराज जैन के यहां पहुंच गई। अखिलेश यादव की जुबान पर पुष्‍पराज जैन का नाम ऐसा चढ़ा कि उनके यहां भी रेड पड़ ही गई।

ये वही पुष्‍पराज जैन हैं, जिन्‍होंने समाजवादी इत्र बनाया था। सपा के एमएलसी भी हैं और तो और पीयूष जैन के पड़ोसी भी हैं। सूत्रों के मुताबिक, इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट की टीम शुक्रवार सुबह 7 बजे पुष्‍पराज जैन के घर पहुंची। इनकम टैक्‍स की टीम ने शुक्रवार को पुष्‍पराज जैन के अलावा कन्नौज के एक और इत्र कारोबारी मोहम्मद याकूब के यहां भी छापा मारा है। अखिलेश यादव का शुक्रवार को कन्नौज जाने का कार्यक्रम है। उन्हें यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करनी है। इस प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पुष्पराज जैन को भी आना था।

ये तो हुई रेड की बात, चालिए अब आपको बताते हैं अखिलेश यादव ने कुछ दिनों पहले पुष्‍पराज जैन के बारे में ऐसा क्‍या कहा कि वो बेचारे बेवजह आईटी डिपार्टमेंट के चंगुल में फंस गए।

गलती से पीयूष जैन के यहां छापा मार दिया

अखिलेश यादव ने पीयूष जैन छापेमारी मामले को एकदम नया मोड़ देते हुए कहा, ‘वो छापा मारना चाहते थे इत्र वाले के यहां, उसका नाम था पुष्‍पराज जैन। इनका नाम था पीयूष जैन। लगता है डिजिटल इंडिया की गलती हो गई। पुष्‍पराज जैन की जगह पीयूष जैन आ गए।’ (अखिलेश का पूरा बयान यहां पढ़ें)

दैनिक भास्‍कर की रिपोर्ट के अनुसार, पुष्‍पराज जैन के करीबियों ने बताया कि कानपुर में जिस दिन पीयूष जैन के ठिकानों पर छापेमारी हो रही थी। उसके अगले दिन ही पुष्‍पराज जैन मुंबई गया था। उसे आशंका थी कि रेड उसके यहां भी पड़ सकती है। बताया जा रहा है कि मुंबई में पुष्‍पराज अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट से मिला। चर्चा इस बात की भी है कि अपनी पक्‍की तैयारी कर ली है।

नफरत की आंधी के बीच मोहब्‍बत वाला समाजवादी इत्र लाए थे पुष्‍पराज जैन

दुनिया में बहुत नफरत है। नफरत की इस आंधी के बीच भाईचारा और सुगंध फैलाने के लिए एक इत्र (परफ्यूम) लाया गया। 2 वैज्ञानिकों ने 4 महीने की मेहनत के बाद कन्‍नौज की मिट्टी और कश्‍मीर से कन्‍याकुमारी तक की 22 सुगंधों को मिलाकर खास इत्र किया, जिसका नाम रखा गया ”समाजवादी इत्र”। कोई भी प्रॉडक्‍ट पैसा कमाने के मकसद से लॉन्‍च किया जाता है, लेकिन ”समाजवादी इत्र” 2024 में नफरत की आंधी को हटाने का काम करने के लिए लाया गया। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि सपा MLC पुष्‍पराज उर्फ पम्‍मी जैन ने कहा था।

पुष्‍पराज के ”समाजवादी इत्र” को देखकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा था, ”इसकी खुशबू का असर 2022 में दिखाई देगा। बहुत अच्‍छा परफ्यूम बना है। ये समाजवादी विचारधारा को याद दिलाता जाएगा।” अखिलेश यादव ने पुष्‍पराज जैन को बधाई देते हुए कहा था कि आपने परफ्यूम का रंग भी लाल और हरा रखा है, अगर ये बोतल दूसरी जगह चली जाए तो भले ही वे इसकी खुशबू न बदल सकें, लेकिन रंग जरूर बदल देंगे।

12 देशों में फैला है पुष्पराज जैन का इत्र का कारोबार

पुष्पराज जैन को इटावा-फर्रुखाबाद से साल 2016 में समाजवादी पार्टी का MLC चुना गया था। वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड में को-ऑनर भी हैं। पुष्पराज का इत्र का कारोबार 12 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। 2016 में उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है।