यूपी असेंबली चुनाव में भाजपा को वोट करना एक मुस्लिम महिला को भारी पड़ गया। ससुरालियों ने पिटाई कर उसे घर से निकाल दिया। उसे तलाक दिलवाने की धमकी भी दी गई है। महिला का कहना है कि पुलिस में शिकायत करने पर भाई को जान से मारने की धमकी ससुराल वाले लगातार दे रहे हैं। उत्पीड़न के खिलाफ पीड़िता ने पुलिस से मदद मांगी है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी घटना का संज्ञान लिया है।

मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जिले का है। उजमा नाम की महिला का कहना है कि उसका निकाह तस्लीम अंसारी के साथ जनवरी 2021 को हुआ था। उनकी लव मैरिज थी। यूपी चुनाव में उन्होंने बीजेपी को वोट दिया तो शौहर के मामू तैय्यब नाराज हो गए। उजमा का कहना है कि बीजेपी ने तीन तलाक बंद करा दिया है इससे ज्यादा खुशी की बात कोई नहीं हो सकती।

उजमा का कहना है कि वो पांच बहनें हैं। पिता मजदूरी करते हैं। महिला का कहना था कि जब योगी सरकार बनने पर उन्होंने खुशी की जाहिर की तो पति के मामू ने कहा कि अब अपना तीन तलाक बचा ले। शौहर भी अब मामू की तरफ बोल रहे है। शौहर ने ही उन्हें घर से निकाल दिया।

महिला का कहना है कि शिकायत की बात कहने पर उन्हें धमकी भी दी जा रही है। वो गरीब परिवार से है तो कहां जाए। बीजेपी उनके लिए बहुत से अच्छे काम कर रही है तो वो उसकी तारीफ क्यों नहीं करेंगी। लेकिन ससुराल के लोगों को उनका ये रवैया रास नहीं आ रहा। वो प्रताड़ित कर रहे हैं।

उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का संज्ञान लेकर डीजीपी को पत्र लिखा है। चेयरपर्सन रेखा शर्मा का कहना है कि पुलिस इस मामले में तत्काल कार्रवाई करके पीड़िता को न्याय दिलाए। तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि सियासी पार्टियों को वोट देना संवैधानिक अधिकार है। कोई भी महिला, पुरूष किसी भी प्रत्याशी या पार्टी को वोट कर सकता है। ससुरालियों को माफी मांगनी चाहिए।