ज्ञानवापी में पूजा-पाठ संबंधी याचिका वाराणसी जिला जज ने खारिज कर दी है। ज्ञानवापी में वुजूखाने में शिवलिंग होने का दावा किया जा रहा है, उसकी पूजा-पाठ के लिए अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने याचिका दायर की थी, जिसे जिला जज ने बुधवार (8 जून, 2022) को खारिज कर दिया। कल इस मामले में सुनवाई कर कोर्ट ने मामला सुरक्षित रख लिया था।

बता दें कि ज्ञानवापी में हुए सर्वे में वजूखाने में एक आकृति को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा है। हिंदू पक्ष इस आकृति को लेकर शिवलिंग होने का दावा कर रहा है, जबकि मुस्लिम पक्ष का कहना है कि यह एक फव्वारा है।

वाराणसी के सिविल जज को मिली धमकी
ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का आदेश देने वाले वाराणसी के सिविल जज रवि कुमार दिवाकर को मंगलवार (7 जून) को धमकी भरी चिट्ठी मिली। इस्लामिक आगाज मूवमेंट की ओर से धमकी भरा खत रजिस्टर्ड डाक के जरिए सिविल जज को भेजा गया है। इसके बाद रवि कुमार दिवाकर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और 9 पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है।

रवि दिवाकर ने इस बात की जानकारी लखनऊ स्थित अपर प्रमुख सचिव (गृह ) को दी है और आवश्‍यक कार्यवाही का अनुरोध किया है। इस पत्र की एक कॉपी भेजकर यूपी के पुलिस महानिदेशक और वाराणसी के पुलिस कमिश्‍नर को भी इससे अवगत कराया गया है। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, कल दोपहर एक पंजीकृत डाक से धमकी भरा पत्र मिलने के बाद रवि कुमार दिवाकर की सुरक्षा में कुल 9 पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया। उनकी सुरक्षा में कुल 10 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। उनके लखनऊ और वाराणसी के आवास की सुरक्षा के लिए नौ अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।

जज रवि कुमार दिवाकर ने बताया कि लेटर में लिखा है कि अब न्यायाधीश भी भगवा रंग में सराबोर हो चुके हैं। खत में जजों पर हिंदुओं और उनके संगठनों को खुश करने के लिए फैसला सुनाने का आरोप लगाया गया है। पत्र में कहा गया कि आप न्यायिक कार्य कर रहे हैं, आपको सरकारी मशीनरी का संरक्षण प्राप्त है। फिर आपकी पत्नी और माताश्री को कैसा डर?