उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की लगातार दूसरी बार सरकार बनने जा रही है। विधायक दल की बैठक में गुरुवार को योगी आदित्यनाथ को नेता चुन लिया गया है और वे शुक्रवार को सूबे के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। भाजपा के अलावा, उसके सहयोगी दलों ने भी यूपी चुनाव 2022 में बेहतर प्रदर्शन किया है। भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता रत्नेश कुमार ने उन तीन कारणों के बारे में बताया जिससे योगी आदित्यनाथ सरकार की दोबारा वापसी संभव हो सकी।
रत्नेश कुमार ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा, “हम लोगों ने जमीन पर काफी काम किया, तो मुझे जो तीन कारण नजर आते हैं, उनमें एक सुशासन है, दूसरा अनुशासन है और तीसरा राशन है।” निषाद पार्टी के नेता ने कहा कि इन तीन मुद्दों पर सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि जितना भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता अनुशासित है, जितना निषाद पार्टी का कार्यकर्ता अनुशासित है, उतना अन्य पार्टियों का कार्यकर्ता अनुशासित नहीं है।
गुरुवार को विधायक दल का नेता चुने जाने के बीद योगी आदित्यनाथ राजभवन पहुंचे थे, जहां उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करने के बाद सरकार बनाने का दावा पेश किया। सीएम योगी शुक्रवार को शाम 4 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस समारोह में पीएम मोदी समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे।
दरअसल, निषाद पार्टी को यूपी चुनाव 2022 में गठबंधन के तहत 16 सीटें मिली थीं। इस समझौते के तहत निषाद पार्टी ने कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशी बीजेपी के सिंबल पर लड़ाए थे। यूपी चुनाव में निषाद पार्टी के कुल 6 विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
भाजपा की एक अन्य सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की। भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में 255 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, समाजवादी पार्टी को 111 सीटों पर जीत मिली, जबकि सपा की सहयोगी पार्टी रालोद को 8 और ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा को 6 सीटों पर जीत मिली।