उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाउडस्पीकर को लेकर अधिकारियों को चेतावनी दी है। प्रदेश के सभी अधिकारियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि अधिकारी यह तय करें कि जिन लाउडस्पीकर को हटाया गया है उसे फिर से संबंधित स्थान पर ना लगाया जाए। अप्रैल महीने में ही उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों से कहा था कि धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को हटा लिया जाए या फिर उसकी आवाज कम कर दी जाए, जिससे अन्य लोगों को दिक्कत ना हो।

लाउडस्पीकर के संबंध में दिए गए निर्देश के बाद सभी धार्मिक स्थलों से करीब एक लाख लाउडस्पीकर ने हटवा दिया गया था, जबकि हजारों लाउडस्पीकर की आवाज कम कर दी गई थी। इसमें सबसे अच्छी बात यह थी कि सभी धर्मों के लोगों ने खुद आगे आकर लाउडस्पीकर को हटाया और प्रशासन के आदेश का पालन किया। लाउडस्पीकर के संबंध में यूपी सरकार के पहल की कई लोगों ने तारीफ भी की थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को बुंदेलखंड के दौरे पर थे और झांसी में उन्होंने अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग भी किया। इस दौरान सीएम ने लाउडस्पीकर का भी जिक्र किया। साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कानून और व्यवस्था पर भी संबंधित अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग भी की।

एचटी की रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के झांसी पहुंचने पर हेलीकॉप्टर के आसपास भारी भीड़ जमा हो गई थी, जिसको लेकर सीएम योगी ने नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान बीजेपी जिला अध्यक्ष से उन्होंने पूछा कि क्या इसी तरह आप अनुशासन का पालन करवाते हैं? सीएम योगी ने गार्ड ऑफ ऑनर लेने से भी मना कर दिया। सीएम योगी ने झांसी में करीब 3 करोड़ 50 लाख की लागत से बने जिमनास्टिक हॉल का भी उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे।

बता दें कि लाउडस्पीकर का मुद्दा पूरे देश में गरमाया हुआ है। सबसे पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवाने के लिए राज्य सरकार से कहा जिसके बाद विवाद बढ़ गया। वहीं इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने या आवाज कम करने का निर्देश दिया। लोगों ने योगी आदित्यनाथ के इस कदम की सराहना की और और कई लोगों ने खुद ही धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाया।