योगी सरकार के मंत्रियों और विधायकों की अधिकारियों से नाराजगी की ख़बरें आती रहती हैं। वहीं अब सीतापुर में योगी सरकार में मंत्री सुरेश राही धरने पर बैठ गए। योगी सरकार में कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही का आरोप है कि एसडीएम सदर ग्रामीणों को परेशान कर रहे हैं और सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने एसडीएम सदर के खिलाफ ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं के साथ धरना भी दिया।
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल भी हो रहा है। वीडियो में सुरेश राही अपने समर्थकों और ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान वह एसडीएम सदर की आलोचना करते हुए कह रहे हैं कि वाह रे अधिकारी, गरीबों को परेशान किया जा रहा है और अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है।
दरअसल पूरा मामला यह है कि 170 ग्रामीणों को एसडीएम ने 107/116 का नोटिस दे दिया है। इनमें अधिकतर ग्रामीण गांव में नहीं रह रहे हैं। मंत्री सुरेश राही ने कहा कि वह यही पूछने आए थे कि नोटिस का आधार क्या है। हालांकि मंत्री ने कहा कि वह धरने पर नहीं बैठे थे बल्कि वह यह पूछने आए थे कि ग्रामीणों को दिया गया नोटिस का आधार क्या है?
वहीं धरना स्थल पर सीतापुर के डीएम अनुज सिंह भी पहुंच गए और मंत्री सुरेश राही से बात की और ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण का आश्वाशन भी दिया। इस दौरान राज्यमंत्री ने एसडीएम सदर को हटाने की मांग रखी। वहीं बताया जाता है कि डीएम भी अपने ऑफिस में नहीं मौजूद थे और मंत्री के पहुंचने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद डीएम अपने ऑफिस पहुंचे।
राज्यमंत्री सुरेश राही ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने धरना नहीं दिया है क्योंकि बाबा जी की सरकार में धरना नहीं देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वह ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने आए थे।
बता दें कि कुछ दिन पहले कुशीनगर में एक भाजपा नेता अपनी ही सरकार में धरने पर बैठ गए थे। इसकी वजह थी कि पुलिस ने एक मारपीट का मुकदमा दर्ज नहीं किया था। उनका आरोप था कि एक विशेष समुदाय द्वारा की गई मारपीट के मामले में वह मुकदमा दर्ज करवाना चाहते थे, लेकिन पुलिस द्वारा यह शिकायत दर्ज नहीं की जा रही थी।
