उत्तर प्रदेश के आगरा में एक बेबस बाप एफआईआर लिखवाने के लिए अपने नवजात बच्चे का शव लेकर पुलिस थाने पहुंचा। बता दें कि यह घटना यूपी में आगरा के निबोहरा थाने की है। जहां धनीराम और गांव के उसके दो रिश्तेदार से विवाद हो गया। जिसमें उन लोगों ने उसे व उसकी गर्भवती पत्नी की पिटाई की। जिसके बाद से पत्नी की हालत बिगड़ गई।
मिली जानकारी के अनुसार आगरा के निबोहरा थाना अंतर्गत लालगढ़ के 23 वर्षीय धनीराम की पत्नी को 20 जून को दो लोगों ने पीटा था। जिससे उसके पेट में तेज दर्द होने लगा। इसके बाद वह अपनी पत्नी को पास के एक नर्सिंग होम में ले गया। जहां एक डॉक्टर ने सर्जरी की और तुरंत उसके बच्चे को जन्म दिया। छ: महीने में ही डिलीवरी होने के चलते जन्म के कुछ समय बाद ही बच्चे की मौत हो गई।
इसको लेकर धनीराम हमलावरों, गुड्डू और रामास्वामी के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचा लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उनकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसके बाद वह स्थानीय निवासियों के साथ अपनी नवजात बेटी के शव को गोद में लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। पीड़ित पिता धनीराम का आरोप है कि पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की।
एसएसपी कार्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने धनीराम की बात सुनी और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सीओ फतेहाबाद को मामले में जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। धनीराम ने इंडिया टुडे को बताया कि उनकी पत्नी छह महीने की गर्भवती थी। घटना के वक्त वह काम पर जा रहे थे।
उसने बताया कि “पिटाई के कारण, मेरी पत्नी की तबीयत बिगड़ने लगी। मैं तुरंत उसे पास के एक नर्सिंग होम में ले गया, जहां से उसे एक सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। मेरी पत्नी का ऑपरेशन किया गया था। लेकिन बाद में नवजात शिशु को मृत घोषित कर दिया गया।” इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।