उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) के लिए मतदान समाप्त होने के बाद आए तमाम एग्जिट पोल सूबे में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार की तरफ इशारा कर रहे हैं। हालांकि, विपक्ष इस एग्जिट पोल को खारिज करते हुए सरकार बनाने का दावा कर रहा है। समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाले आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि उन्होंने किसी भी बूथ पर एग्जिट पोल करने वाले को नहीं देखा।

जयंत चौधरी ने कहा, “हम प्रयास कर सकते थे, जो मुद्दे जनता के बीच ले जाने की कोशिश कर सकते थे, वो हमने किया। जनता ने अपना मत दिया है और वो बक्से में कैद हैं। जब बक्से खुलेंगे तभी उनके नतीजे सामने आएंगे, यही सच्चाई है।”

उन्होंने कहा, “एग्जिट पोल की एक प्रक्रिया होती है लेकिन मैंने किसी भी बूथ पर आज तक एग्जिट पोल करने वाले को नहीं देखा। ये कहां से डेटा लेते हैं इनकी एक प्रक्रिया होगी, लेकिन ये एक राय है और इस राय से मैं सहमत नहीं हूं। जो उत्साह और परिवर्तन लाने के लिए लोगों के मन में निश्चय हमने देखा और जो विश्वास हमारे गठबंधन को लेकर लोगों में दिखा, इससे लगता है कि सर्वे से अलग ही नतीजे आएंगे।”

जयंत चौधरी ने कहा, “जो लोग परिवर्तन चाहते हैं, ये सब उनपर मानसिक दबाव बनाने के लिए है। उनके मनोबल को गिराने का एक तरीका है, एक रास्ता है जो उन्होंने अपनाया है। सच्चाई ये भी है कि जब आप किसी की राय लेते हैं तो वह भी वातावरण देखता है। यूपी में जो भय का माहौल बना रखा है, योगी जी बुलडोजर लेकर चलते हैं, चुनाव प्रचार में डराने-धमकाने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। ऐसे बहुत से लोग होंगे जो वोट हमें किए हों लेकिन हो सकता है कि वे बोल दें कि भाजपा को वोट किया। इस लिए ऐसे सर्वे में एक एरर आ जाता है। “

एग्जिट पोल पर आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनेगी, इसमें कोई संदेह नहीं है। वहीं, सुभासपा प्रमुख ने भी दावा किया कि सपा सरकार बना रही है। ओपी राजभर ने कहा, “किसान जब आंदोलन कर रहे थे तब भाजपा के मंत्री और पीएम को नहीं दिखा लेकिन वोट मांगने के लिए चले गए। बंगाल में भी ऐसा ही एग्ज़िट पोल दिखाया गया था, कितनी सीटें मिलीं? दिल्ली, राजस्थान में भी मुंह की खानी पड़ी।”