उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नेताओं की विवादित बयानबाजी उनके राजनीतिक दलों के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है। रायबरेली के सपा उम्मीदवार के ऐसे ही एक बयान के कारण विवाद बढ़ने लगा तो पार्टी को आगे आकर सफाई देनी पड़ी है। सपा उम्मीदवार आरपी यादव ने आपत्तिजनक बयान देते हुए कह दिया कि सूबे में सपा की सरकार बनी तो पता नहीं चलेगा सवर्ण कहां चले गए।

रायबरेली में एक नुक्कड़ सभा के दौरान आरपी यादव ने कहा, “जब से योगी बाबा की सरकार आई है, बताओ.. सवर्णों का बोलबाला है या नहीं? अगर सपा की सरकार आती है तो सवर्णों का पता नहीं चलेगा कि वे कहां चले गए।” सपा उम्मीदवार के इस बयान पर विवाद बढ़ने लगा तो पार्टी को सफाई देनी पड़ी।

रायबरेली से सपा के प्रवक्ता ने आरपी यादव के बयान पर सफाई देते हुए कहा, “उन्होंने सवर्ण नहीं, ‘सांड’ कहा था। उनका बयान सांड के लिए था, गलत आरोप लगाकर इसे मुद्दा बनाया जा रहा है।” इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से गलत प्रचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की।

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता का कहना था कि आरपी यादव के बयान को भाजपा उम्मीदवार अदिति सिंह द्वारा दुष्प्रचारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरा उत्तर प्रदेश सांड से परेशान है, किसान परेशान है। आरपी यादव ने सांड की बात ही कही थी लेकिन भाजपा इसे गलत तरीके से दुष्प्रचारित कर रही है। बता दें कि रायबरेली से भाजपा ने अदिति सिंह को टिकट दिया है।

अदिति सिंह कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई थीं। पिछले विधानसभा चुनाव में अदिति सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनकर आई थीं। बाहुबली अखिलेश सिंह ने 2017 के चुनाव के पहले कांग्रेस में शामिल करवाते हुए बेटी अदिति सिंह को अपनी राजनीतिक विरासत सौंप दी थी। अदिति अबकी भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। बता दें कि रायबरेली की छह में से पांच विधानसभा सीटों पर चौथे चरण के तहत बुधवार को मतदान होगा, जबकि एक सीट सलोन में पांचवें चरण में वोट डाले जाएंगे।