उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की वापसी के बाद फिर से बुलडोजर चलना शुरू हो गया है। सोमवार को प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के घर पर फिर बुल्डोजर चला है। अतीक अहमद पर 113 से ज्यादा केस दर्ज हैं। अभी वो गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद हैं। उधर, सरकार का कहना है कि किसी भी सूरत में अवैध निर्माण या कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वो चाहें कोई भी हो कार्रवाई की जाएगी।

एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रयागराज में अतीक अहमद के एक घर को प्रशासन ने गिराया था। लेकिन अतीक ने यहां फिर से अवैध निर्माण करा लिया था। सोमवार को उसके इस अवैध निर्माण को गिराया गया। इसके अलावा अतीक के कुछ सहयोगियों की संपत्तियों पर भी एक्शन लिया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि अतीक के गैंग पर सख्ती के लिए ये कदम उठाया गया। अतीक के तमाम अवैध भवनों पर योगी का बुलडोजर पहले भी चला था। उसकी तमाम संपत्तियों को जब्त भी किया गया था।

प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि अतीक के चकिया स्थित आवास पर पहले भी कार्रवाई हुई थी। इस बीच अवैध रूप से फिर से बाउंड्री बना दी गई थी। पीडीए ने फिर से नोटिस भी जारी किया था। लेकिन बाउंड्री नहीं हटाई गई। ऐसे में उसे ध्वस्त कर दिया गया। अतीक के पुश्तैनी आवास को पीडीए ने सितंबर 2020 को ध्वस्त कर दिया था। लेकिन फिर से वहां बाउंड्री वॉल खड़ी कर दी गई। अथॉरिटी के साथ जिला प्रशासन को इसकी जानकारी पहले ही मिल गई थी लेकिन चुनाव की वजह से वो चुपचाप खेल को देखते रहे।

अतीक को उम्मीद थी कि यूपी में सरकार बदलेगी और इसके साथ ही उसके दिन भी। इसी वजह से उसने फिर से निर्माण कराया था। योगी सरकार को इस बात की भनक पहले ही लग गई थी लेकिन एक्शन आज हुआ। मुस्लिम माफियाओं के खिलाफ सरकार के तेवर पहले से सख्त हैं। मुख्तार भी योगी के निशाने पर रहा है। पिछले पांच वर्ष में अतीक और उससे जुड़े लोगों की 350 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पति पर कार्रवाई की गई है।

अतीक अहमद ने 1989 में हुए विधानसभा चुनाव में इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट पर पहली दफा जीत दर्ज की थी। इस सीट से अतीक 5 बार विधायक चुने गए। माफिया के रूप में पहचाने रखने वाले अतीक अहमद सांसद भी रह चुके हैं। लेकिन आजकल उनके सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद अतीक को अहमदाबाद की साबरमती जेल भेज दिया गया। जून 2019 से वो वहीं बंद हैं।