Caste Census: देश में इन दिनों जातिगत जनगणना की मांग हो रही है। यह बात अपना दल (सोनेलाल) के लिए नई नहीं है। पार्टी के गठन से इसकी मांग उठती रही है। अपना दल (सोनेलाल) की मुखिया और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने एक बार फिर से जातीय गणना की मांग दोहराई है। प्रतापगढ़ में पिता सोनेलाल की पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में अनुप्रिया पटेल ने जातिगत गणना की मांग की।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी शुरू से ही जाति-आधारित जनगणना की मांग कर रही है और उनके पिता और पार्टी के संस्थापक सोनेलाल पटेल “जनसंख्या के आधार पर संसाधनों के विभाजन” के समर्थक थे।
अनुप्रिया ने कहा, ‘हमारा देश विविधताओं का देश है और यहां विविधता में एकता है। हमारी सामाजिक संरचना का आधार जाति है। 1931 के बाद देश में जाति आधारित जनगणना नहीं हुई। आज समय की मांग है कि जातीय जनगणना हो। जाति जनगणना से प्रत्येक जाति की प्रामाणिक संख्या पता चल जाएगी।’ बता दें, अपना दल (सोनेलाल) पार्टी का पूर्वी यूपी में कुर्मियों के बीच आधार वाली पार्टी भाजपा की सहयोगी है।
‘जाति जनगणन ही नहीं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक पिछड़ेपन की जानकारी चाहिए’
हालांकि, पटेल ने कहा कि केवल जाति जनगणना से काम नहीं चलने वाला है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के आधार पर हमें सामाजिक और आर्थिक पिछड़ेपन की भी जानकारी चाहिए, ताकि दबे-कुचले लोगों को लाभ पहुंचाने का काम सही ढंग से किया जा सके। हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए जातीय जनगणना जरूरी है। जाति जनगणना लोकतंत्र को अधिक परिपक्व और शक्तिशाली बनाने का एक माध्यम है।’
मिर्ज़ापुर की सांसद ने अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की पुण्य तिथि पर प्रतापगढ़ जिले में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने यह भी कहा कि ओबीसी क्रीमी लेयर के लिए आय सीमा को बढ़ाकर 15 लाख रुपये प्रति वर्ष किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे 6 लाख रुपये से बढ़ाकर 8 लाख रुपये कर दिया है, लेकिन इसे और बढ़ाने की जरूरत है।”
इस बीच, सोनेलाल पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल की अध्यक्षता वाले अपना दल के दूसरे गुट ने भी पार्टी संस्थापक की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम आयोजित किया। अपना दल (कमेरावादी), जिसमें अनुप्रिया की बहन पल्लवी पटेल और मां कृष्णा पटेल हैं। उन्होंने सोनेलाल पटेल की मौत की सीबीआई जांच की मांग करते हुए सोमवार को प्रतापगढ़ में प्रदर्शन किया।
कुछ लोगों ने सोनेलाल पटेल की मौत का सौदा किया: पल्लवी पटेल
2009 में पटेल की कानपुर में उनके आवास के पास एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई। पुलिस जांच से नाखुश परिवार ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए सिराथू निर्वाचन क्षेत्र के विधायक पल्लवी पटेल ने कहा, ‘कुछ लोगों ने उनकी मौत का सौदा किया है। उन्होंने समझौता कर लिया है और अपनी आकांक्षाएं पूरी कर रहे हैं।’ पल्लवी ने अनुप्रिया का नाम लिए बगैर कहा, ‘मैं प्रतापगढ़ की जनता से कहती हूं कि कल उनसे पूछें कि डॉ. पटेल की मौत की जांच क्यों रोक दी गई?’