Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में यूपी एसटीएफ ने मारे गए माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को गिरफ्तार किया है। विजय मिश्रा पर आरोप है कि उसने उमेश की लोकेशन शूटर को शेयर की थी। वो जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ के संपर्क में था। विजय मिश्रा को शनिवार रात को प्रयागराज पुलिस ने लखनऊ के विभूति खंड में होटल हयात रीजेंसी के पास से गिरफ्तार किया है। वकील विजय मिश्र उस वक्त दोस्तों के साथ कोल्ड ड्रिंक पी रहे थे। तीन गाड़ियों से पहुंची पुलिस की इस दौरान विजय मिश्र व उसके दोस्तों से नोक झोंक भी हुई।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विजय मिश्रा होटल में किसी महिला के साथ रुका था। महिला के अतीक परिवार से जुड़े होने की खबर है, जिसकी पहचान की जा रही है। इसके अलावा विजय मिश्रा अतीक और अशरफ के साथ उस अस्पताल के आस पास भी मौजूद था, जहां अतीक और अशरफ को गोली मारी गई थी। विजय मिश्रा पर अतीक के नाम अपर रंगदारी मांगने की एफआईआर भी दर्ज है।

पिछले महीने पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में आठ आरोपियों के खिलाफ अपनी चार्जशीट दाखिल की थी। आरोप पत्र में अतीक अहमद, राकेश उर्फ नकेश, नियाज अहमद, इकबाल अहमद, शाहरुख, अखलाक अहमद और खान शौलत हनीफ को आरोपी बनाया गया है।

प्रयागराज डीसीपी दीपक भुकर ने कहा, ‘विजय मिश्रा को प्रयागराज पुलिस ने स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की मदद से गिरफ्तार किया है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, गिरफ्तारी खान सौलत हनीफ के बयान और मोबाइल डिटेल्स के आधार पर की गई है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।’

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उनके खिलाफ आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता सहित कई मामले लंबित हैं।

जानिए अधिवक्ता हिमांशु पांडे ने क्या बताया-

शनिवार रात होटल हयात के बाहर मौजूद मिश्रा के कनिष्ठ अधिवक्ता हिमांशु पांडे ने कहा, ‘पुलिस विजय को अपने साथ ले गई। तीन गाड़ियों में आई पुलिस टीम ने पहले मिश्रा से थोड़ी बातचीत की और फिर उन्हें गाड़ी में बैठाया। रात करीब 10:15 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मिश्रा माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के अलावा अतीक के बेटे अली समेत परिवार के कई सदस्यों का केस लड़ रहे हैं।

विजय मिश्रा रंगदारी के एक मामले में भी वांछित हैं। इससे पहले मई में उन पर एक स्थानीय व्यवसायी को कथित तौर पर धमकी देने और उससे 3 करोड़ रुपये वसूलने की कोशिश करने का मामला दर्ज किया गया था। इसका ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था। उधर वकील विजय मिश्रा की इस तरह गिरफ्तारी से वकील नाराज हैं। इसे लेकर देर रात वकीलों की बैठक भी हुई।

15 अप्रैल, 2023 को अतीक-अशरफ की हत्या कर दी गई

15 अप्रैल, 2023 को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में मेडिकल के लिए ले जाते समय नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। खुद को पत्रकार बताकर अतीक और उसके भाई को घेरकर सवाल पूछने वाले मीडियाकर्मियों में तीन लोग शामिल हो गए। तीनों लोगों ने अतीक और अशरफ को गोली मार दी। जिससे दोनों भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई थी। तीनों हमलावरों को मौके पर ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

अतीक अहमद, राजू पाल और उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी था। उमेश पाल पूर्व बसपा विधायक राजू पाल की हत्या में मुख्य गवाह थे। उनकी हत्या से कुछ हफ्ते पहले अतीक को उमेश पाल अपहरण मामले में भी दोषी ठहराया गया था।

इससे पहले जुलाई में प्रयागराज पुलिस की विशेष जांच टीम ने गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई की गोली मारकर हत्या करने वाले तीन हमलावरों के खिलाफ लगभग 2000 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी। आरोपियों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह के रूप में हुई। इन सभी की कथित तौर पर आपराधिक पृष्ठभूमि थी।