राज्यसभा सांसद अमर सिंह और सपा नेता आजम खान को एक-दूसरे का कट्टर विरोधी माना जाता है। अमर सिंह गुरुवार (30 अगस्त ) को आजम खान के गृहनगर यूपी के रामपुर जिले में थे। इस दौरान अमर सिंह ने आजम खान पर जमकर जुबानी हमला किया। लेकिन इसी हमले के बीच में अमर सिंह को रोकना दो पत्रकारों के बीच विवाद का कारण बन गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जमकर कुर्सियां चलीं और गाली—गलौज हुई। इसके बाद अमर सिंह वहां से उठकर चले गए।
दरअसल अमर सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रिपोर्टरों से बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ था। इसी बीच एक शख्स ने अमर सिंह से कहा कि आप आजम खान न कहा करें। जब आप आजम खान कहते हैं तो वह पूरी खान बिरादरी को संबोधित होता है। आप जब उनके लिए निजी तौर पर कोई बात कहें तो या तो आजम खां लगाएं या फिर आजम साहब कहें। लेकिन आजम खान न कहा करें।
Clashes between Media personals in the press conference of @AmarSinghTweets in regards to #AzamKhan pic.twitter.com/9gt78yqh2D
— Anil Tiwari (@Interceptors) August 30, 2018
अमर सिंह ने उस शख्स का जवाब देते हुए कहा कि मुझे इस बात का इल्म नहीं था। मैं आपका तहे दिल से शुक्रगुजार हूं कि आपने मुझे ये जानकारी दी। लेकिन इसी के ठीक बाद वहां पर खड़े लोगों ने उस शख्स से गाली—गलौज करते हुए उसे चुप करवाने की कोशिश की। इस कवायद में वहां पर दो लोग आपस में झगड़ पड़े। झगड़ा इस कदर बढ़ा कि बाद में वहां पर मौजूद पुलिसकर्मी को दोनों के बीच में पड़कर हटाना पड़ा। इसी बीच वहां पर मौजूद लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। नारे लगाए गए,’अमर सिंह संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं।’ इसके बाद अमर सिंह वहां से उठकर चले गए।
वैसे बता दें कि इन दिनों अमर सिंह और आजम खान के बीच फिर से जुबानी जंग का मोर्चा खुला हुआ है। सिर्फ दो दिन पहले ही अमर सिंह ने आरोप लगाया था कि आजम खान उनकी हत्या करवाना चाहते हैं। बाद में अमर सिंह ने कहा, ”मैं अब उनको डॉक्टर आजम ही कहूंगा। उन्हें कश्मीर विवादित लगता है। हिंदू उनको धर्म नहीं संस्कृति लगती है। जौहर यूनिवर्सिटी पर उनके परिवार का कब्जा हो गया है। स्थायी राज्यपाल की जगह अस्थायी राज्यपाल ने कैसे तीन माह में जौहर यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक का दर्जा दे दिया, इसकी जानकारी आरटीआई से मांगूगा, नहीं तो पीआईएल दायर करूंगा।”