समाजवादी पार्टी (सपा) के दिग्गज नेता और सांसद आजम खान के विधायक बेटे मोहम्मद अबदुल्ला आजम के खिलाफ बीते दो दिनों के भीतर रामपुर में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। अब्दुला रामपुर की स्वार सीट से विधायक हैं। रामपुर के गंज पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई शिकायत में स्थानीय कांग्रेस नेता फैजल खान उर्फ लाला ने आरोप लगाया कि जिला कॉर्पोरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन अब्दुल्ला, सलीम खान और आजम खान के मीडिया इंचार्ज फशद शानू ने उन्हें धमकी दी।
फैजल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वो आजम खान के राजनीतिक विरोधी थे। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘इससे पहले मैंने आजम खान और उनके समर्थकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत वापस लेने के लिए अब्दुल्ला, सलीम कासिम और फशद मुझे धमका रहे थे। इनमें सबसे ताजा घटना 14 जुलाई की है जब मैं मार्केट जा रहा था तब उन्होंने मुझे धमकी दीं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘अब्दुल्ला और उनके सहयोगियों के कहने पर उनके समर्थकों ने सोशल मीडिया में मेरे खिलाफ भद्दे पोस्ट शेयर किए, ताकि मैं आजम खान के खिलाफ आवाज ना उठा सकूं।’ फैजल खान की शिकायत पर पुलिस ने अब्दुल्ला, सलीम कासिम और फशद शानू के खिलाफ आईपीसी की धारा 504 और 506 के तहत केस दर्ज किया गया।
मामले की जानकारी गंज पुलिस स्टेशन के एसएचओ नरेंद्र कुमार त्यागी को दी गई है। पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया है। एसएचओ के मुताबिक बीते सोमवार को सलीम कासिम को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद उसे स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया औ जेल भेज दिया गया।
जानकारी के मुताबिक दूसरी एफआईआर अजीम नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई। यहां पुलिस ने विधायक अब्दुल्ला, पूर्व सपा विधायक विजय सिंह और 11 अन्य लोगों के खिलाफ कथित तौर 13 जुलाई को मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के बाहर धरने के दौरान पुलिसकर्मियों से अमानवीय व्यवहार के चलते केस दर्ज किया।
स्वार के सर्किल ऑफिसर जयराम ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर पहुंची, जहां अब्दुल्ला और अन्य लोग प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे थे। ये लोग पूर्व जिला पंचायत चेयरमैन अब्दुल सलाम और अन्य लोगों द्वारा यूनिवर्सिटी कैंपस के करीब रोड ब्लॉक कर प्रदर्शन का विरोध कर रहे थे।
सीओ ने बताया कि सलाम और अन्य लोग मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के विस्तार के लिए किसानों की भूमि को कथित तौर पर हड़पने का विरोध कर रहे थे। इस दौरान जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो अब्दुल्ला और अन्य लोगों ने अमानवीय व्यवहार किया। इसपर प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया।
गौरतलब है कि 15 जुलाई को पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए अब्दुल्ला और अन्य लोगों के खिालफ आईपीसी की धारा 153, 353 और 147 के तहत केस दर्ज किया। जयराम ने बताया कि जांच जारी है हालांकि इस केस में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
अब्दुल्ला के खिलाफ इससे पहले अप्रैल में भी पुलिस केस दर्ज किया गया, जब उन्होंने रामपुर से भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की। ये एफआईआर के आचार संहिता उल्लंघन मामले में रामपुर के ही गंज पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई।