यूपी के सहारनपुर जिले स्थित ठाकुर बहुल गांव रायपुर में रविवार को तनाव का माहौल था। दरअसल, गांव के करीब एक दर्जन घरों और दुकानों की दीवारों पर नीले चॉक से ‘जय भीम’ लिखा हुआ मिला। घटना की जानकारी मिलते ही सीनियर पुलिस अफसर और जिला प्रशासन के अधिकारी तुंरत मौके पर पहुंचे। बता दें कि बीते साल आसपास के गांवों में बड़े पैमाने पर जातिगत हिंसा हुई थी। ठाकुर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले गांव के दिनेश राणा ने कहा, ‘दीवारों पर यह सब कुछ सुबह लिखा हुआ मिला। गांववाले बहुत नाराज थे। हम इस मामले पर राजनीति नहीं चाहते इसलिए हमने पुलिस में शिकायत न करने का फैसला किया है।’

राणा ने आगे बताया, ‘हमें कोई अंदाजा नहीं है कि इस शरारत के पीछे किसका हाथ है। तीन महीने पहले दलित परिवारों के तीन घरों पर ‘जय श्री राम’ लिखा हुआ मिला था। उन्होंने भी शिकायत न करने का फैसला किया था।’ सरसवान पुलिस स्टेशन के एसएचओ यशपाल सिंह ने कहा कि दीवारों पर लिखा हुआ बाद में मिटा दिया गया। उन्होंने बताया, ‘चूंकि हमें कोई शिकायत नहीं मिली है, हमने इस मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। हालांकि, हमने मौके पर कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं।’ बता दें कि रामनगर गांव से 20 किमी दूर वो गांव है, जहां भीम आर्मी के सहारनपुर जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन की बुधवार को मौत हो गई थी। सचिन को गोली लगी थी।

सचिन की मौत में जिन लोगों के नाम हैं, उनमें रायपुर गांव के दीपक राणा का नाम भी शामिल है। गांव के मुखिया दिनेश राणा के मुताबिक, उसके बाद से वह फरार चल रहा है। पुलिस यह पता लगाने में जुट हुई है कि क्या सचिन की हत्या की गई थी। सहारनपुर शहर के सर्किल अधिकारी मुकेश चंद मिश्रा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘हमें अभी तक कोई सबूत नहीं मिला, जिससे यह संकेत मिलते हों कि सचिन की हत्या की गई थी। स्थानीय लोगों ने पुलिस से कहा है कि वह अपने पड़ोसी निहाल के घर था, जब गलती से एक बंदूक चल गई। हमें निहाल के घर से खून के धब्बे मिले। हालांकि, अभी तक हथियार बरामद नहीं हुआ है।’

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