समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंकने की घटना सामने आई है। जूता फेंकने की घटना के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने आरोपी को पकड़ लिया और उसकी वहीं पर जमकर धुनाई की। वहीं इस पूरे मुद्दे पर स्वामी प्रसाद मौर्या का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि आरोपी को पकड़ लिया गया है और वह बीजेपी का कार्यकर्ता है।
जूता फेंकने वाला बीजेपी कार्यकर्ता: स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि आरोपी व्यक्ति जरूर यादव समाज का है लेकिन वह बीजेपी का कार्यकर्ता और ऑफिस का वर्कर है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह भाजपा की साजिश है और वह एक जाने माने भाजपा नेता का जूनियर है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा, “बीजेपी ऐसी घटना का महिमामंडन करें लेकिन जो गलत है, जो कानून व्यवस्था का ठेंगा दिखा रहे हैं, अगर सरकार उसे पर मेहरबान है, तो यह सरकार के लिए अच्छा हो सकता है। लेकिन ऐसे ही लोग कानून राज पर बदनुमा दाग हैं, जिसके चलते आज प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।”
राजू दास ने जताई खुशी
वहीं हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्या पर जूता फेंके जाने की घटना पर खुशी जताई है। राजू दास पर टिप्पणी करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “चोर-चोर मौसेरे भाई। राजू दास खुद मेरी हत्या का प्रयास कर चुके हैं तो इस प्रकार के तत्वों का वह सम्मान करेंगे ही करेंगे। आज भाजपा सरकार में देश के सारे गुंडे, मावलियों को संरक्षण मिला हुआ है और इसीलिए इनके हौंसले बुलंद हैं।”
पत्रकारों ने स्वामी प्रसाद मौर्य से पूछा कि क्या आप सरकार से सुरक्षा की मांग करेंगे। इसके जवाब में स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा, “अंधे के आगे क्या रोना? हमारे कार्यकर्ता खुद हमारी सुरक्षा देखते हैं, सुनिश्चित करते हैं और पहले भी मैं सरकार से सुरक्षा की मांग कर चुका हूं। मुझे 18 से अधिक बार जान से मारने की धमकी मिली, खुलेआम धमकियां मिली, सार्वजनिक बयान दिया गया, लेकिन सरकार ने जब खुद इसका संज्ञान नहीं लिया, तो फिर इनसे कोई उम्मीद नहीं।”
जाति जनगणना को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया बड़ा बयान
जाति जनगणना को लेकर भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “जाति जनगणना कोई नई बात नहीं है। आज सरकार पिछड़ों के वोट तो चाहती है लेकिन उन्हें आरक्षण नहीं देना चाहती। वे जाति जनगणना की सुविधा नहीं दे रहे हैं। हम सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान का स्वागत करते हैं, क्योंकि उन्होंने कहा है कि अगर बीजेपी जाति जनगणना नहीं करवाती तो सपा सत्ता में आने पर यह काम करेगी।”