अमेठी और सुल्तानपुर को जोड़कर होने वाले स्थानीय विधान परिषद सदस्य के चुनाव मेंं दो भाजपा सांसदों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इससे दोनों महिला सांसदों की टीम अपने-अपने वोटरों को साधने में जुटी हैं। अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की तरफ से अपर सचिव विजय गुप्ता और सुल्तानपुर से मेनका गांधी खुद डटी हैं।
इसके बाद भाजपा के छह विधायकों और दो जिला पंचायत अध्यक्षों की इज्जत भी दांंव पर लगी है, जिससे स्थानीय निकाय के उम्मीदवार को लेकर सभी एक जुट हैं। लेकिन सपा के जेल में बंद पूर्वमंत्री गायत्री प्रजापति की पुत्रवधू शिल्पी उम्मीदवार हैं। इनके समर्थन में सपा के तीन विधायक भी हैं, जिससे यहां लड़ाई कांटे की मानी जा रही है।
विधानसभा चुनाव में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी भाजपा के डॉ संजय सिंह को हराकर विधायक बन चुकी हैं। भाजपा उम्मीदवार शैलेंद्र प्रताप सिंह के समर्थन में अमेठी और सुल्तानपुर की दोनों महिला सांसदों,विधायकों और भाजपा की टीम जुटी है। सपा उम्मीदवार शिल्पी प्रजापति के समर्थन में गायत्री परिवार और सपा नेता जुटे हैं। स्थानीय निकाय विधान परिषद सदस्य का चुनाव 9 अप्रैल को होना है।
इसके लिए 28 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। अमेठी- सुल्तानपुर को जोड़कर 3894 मतदाता हैं। इसमें सुल्तानपुर 2220 और अमेठी के 1674 वोटर जुड़े हैं। एमएलसी चुनाव में कुल चार उम्मीदवार मैदान में हैं। मौजूदा एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह सपा छोड़कर भाजपा के उम्मीदवार बने हैं। सपा उम्मीदवार शिल्पी प्रजापति की तरफ से वोटरों को पैसे बांटने का आरोप है, जिससे पुलिस शिल्पी प्रजापति, अनिल और अरुण के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है। भाजपा नेता अमरेंद्र सिंह पिंटू ने बताया कि भाजपा उम्मीदवार की छवि साफ-सुथरी है, जिससे सपा उम्मीदवार का पैसा इस बार काम नहीं करेगा। फिलहाल वोटरों को लुभाने के लिए सपा की तरफ से अलग-अलग हथकंडे अपनाए गए हैं।