अपने बयानों से सुर्खियां बटोरने वाले यूपी के यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार उनके चर्चा में आने का कारण वसीम रिजवी का नया फरमान है जो उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर दिया है। रिजवी ने शिया वक्फ बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में आने वाली सभी संपत्तियों पर राष्ट्रध्वज फहराने का आदेश दिया है। सिर्फ यही नहीं राष्ट्रगान के बाद भारत माता की जय का नारा भी लगाना होगा। ऐसा न करने वालों के खिलाफ बोर्ड एक्शन लेगा। ये बातें वसीम रिजवी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने बयान में कही है।
एएनआई से बात करते हुए वक्फ बोर्ड के चैयरमैन ने कहा, ‘शिया वक्फ बोर्ड की जितनी भी वक्फ संपतियां हैं उन पर ऑर्डर जारी किया है कि 15 अगस्त के झंडारोहण कार्यक्रम में राष्ट्रगान के बाद ‘भारत माता की जय’ का नारा जरूर लगाया जायगा। जो भी इंस्टीट्यूट इसको फॉलो नहीं करेगा हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।’ वैसे बता दें कि पूरे उत्तर प्रदेश में शिया वक्फ बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में 1500 से ज्यादा स्कूल और मदरसे आते हैं।
Shia Waqf board ne jitni bhi waqf sampatiyan hai un par order jari kia hai ki Aug15ke jhanda arohan karyakram mai rashtra gaan ke baad Bharat Mata ki Jai ka nara zaroor lagaya jayega.Aur jo institute isko follow nahi karega hum uske khilaaf karwayi karenge:W.Rizvi,Shia Waqf board pic.twitter.com/vGoBisfVFN
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2018
आपको बता दें कि रिजवी अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। इससे पहले रिजवी ने अयोध्या में मंदिर निर्माण का समर्थन किया था। उन्होंने अपनी तरफ से 10 हजार रुपये भी दान किए थे। इसके अलावा रिजवी ने कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में इस्लाम के नाम पर हरा ध्वज फहराने वालों के खिलाफ याचिका दायर की थी। उन्होंने अपनी याचिका में कहा था कि धर्म के नाम पर चांद-सितारे वाले हरे झंडे फहराने पर रोक लगे। ये झंडा पाकिस्तान मुस्लिम लीग का है, जिसकी जिद के कारण देश का बंटवारा हुआ था।
वहीं जनवरी 2018 में भी रिजवी ने मदरसों की शिक्षा की प्रासंगिकता पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि मदरसों की तालीम से बच्चे अब डॉक्टर, इंजीनियर या आईएएस नहीं बन रहे हैं। मदरसे बच्चों को आतंकवादी बना रहे हैं। रिजवी ने मदरसों के आधुनिकीकरण लाने के लिए योगी सरकार के फैसलों की सराहना की थी। जबकि मदरसों को पारंपरिक बनाए रखने की मांग करने वालों पर तंज कसा था। उनका आरोप था कि मदरसों में बच्चों को बम बनाने की शिक्षा दी जा रही है।