बुधवार (7 जून) को गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के गुर्गे संजीव जीवा की लखनऊ कोर्ट के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।  इस मामले में  विजय यादव नाम के एक शूटर को गिरफ्तार किया गया है। वह जौनपुर का रहने वाला है। अब उसके पिता ने मीडिया को बयान दिया है। जिसमें उन्होने कहा है कि वह संजीव जीवा को पहले से नहीं जानते थे।  संजीव जीवा ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। जानकारी के मुताबिक एक पुलिसकर्मी भी इस गोलीबारी में घायल हो गया था।

विजय यादव के पिता ने क्या कहा? 

जौनपुर जिले के कराकत तहसील के सुल्तानपुर गांव में रहने वाले विजय यादव के पिता श्यामा यादव ने कहा कि यह सब जाएगा इसका उन्हें अंदाज़ा तक नहीं था। हमें नहीं पता था कि हमारा बेटा यह कर देगा। वो बचपन से कभी ऐसा नहीं रहा। उसने अच्छी पढ़ाई की, उसका स्वाभाव भी अच्छा था। उसने बी कॉम किया है। उन्होने कहा, ‘हमारे बेटे की कभी ऐसी संगत नहीं रही। उसकी बचपन से ऐसे लोगों से कभी दोस्ती नहीं रही। जब यह हुआ तो हम समझ नहीं पाए की ऐसा हो गया है’। 

अपने बेटे पर पोक्सो के तहत के तहत दर्ज एक पुराने मामले को लेकर उन्होने कहा कि वो पहले ही खत्म हो चुका है। वो छह महीने जेल में भी रह कर आया था। 

संजीव जीवा को नहीं जानते थे

श्यामा यादव ने कहा कि वह संजीव जीवा को नहीं जानते थे। हां मुख्तार अंसारी के बारे में सुनते रहे थे। हम बहुत घबराए हुए हैं कि हमारा बेटा कैसे इस मामले में आ गया।

अगले साल उसकी शादी करने वाले थे 

श्यामा यादव ने कहा कि उनके पास बेटे के लिए वकील करने या कोर्ट जाने तक के पैसे नहीं हैं। वह अगले साल उसकी शादी करने वाले थे। बड़े बेटे ने घर बनाने की बात कही थी उसके बाद शादी करने वाले थे।