उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा बीते दिनों इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने पर मिली जुली प्रतक्रिया मिल रही हैं। अब विश्व हिंदू परिषद और राम जन्मभूमि न्यास के संतों ने सीएम योगी से एक और जिले का नाम बदलने की मांग की है। सरकार से मांग की गई है कि फैजाबाद का नाम बदला जाए। इसकी जगह पर इसे अयोध्या कर दिया जाए।
दीवापली पर अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा। संतों ने मांग की है कि इसी दिन राज्य के सीएम योगी फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दें। दीपोत्सव पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाइक चीफ गेस्ट के तौर पर कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। दिपोस्तव का आयोजन 6 नवंबर को होगा।
विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय सलाहकार समिति के सदस्य पुरुषोत्तम नारायन सिंह ने कहा, जब इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जा सकता है तो फैजाबाद का नाम क्यों नहीं बदला जा सकता है। मौजूदा फैजाबाद जिले और अयोध्या कस्बे को मिला देना चाहिए। जो अयोध्या कहलाए। इस बारे में विहिप सरकार को संतों की तरफ से अनुरोध भेजेंगे।
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा, हम इस मुद्दे पर संतों से परामर्श कर रहे हैं। राम जन्माभूमि न्यास (आरजेएन) और सभी प्रमुख संतों को नाम बदलने के लिए मनाया जाया जाएगा। वहीं रामजन्म भूमि न्यास के मुखिया महंत गोपाल दास कि अयोध्या प्राचीन शहर है। दुनिया में इसकी पहचान सांस्कृतिक और धार्मिक वजह से है। इस नाते फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या ही कर देना चाहिए।
बता दें कि,योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले शनिवार कहा था कि मार्गदर्शक मंडल की बैठक में हर तबके खासकर अखाड़ा परिषद, प्रबुद्ध वर्ग से एक प्रस्ताव आया है कि इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जाए। पुराणों के अनुसार इलाहाबाद का पहले नाम प्रयागराज ही था। मुगलों ने इसका नाम बदलकर इलाहाबाद किया था।