उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी बार शपथ लेने के साथ ही बुलडोजर कार्रवाई तेज हो गई है। गुरुवार को सहारनपुर में पुलिस गैंगरेप मामले में दो आरोपियों को पकड़ने पहुंची थी। खास बात यह थी कि पुलिस अपने साथ बुलडोजर लेकर पहुंची थी। मौके पर पहुंचने के बाद बुलडोजर से घर के बाहर की सीढ़ियों को गिरा दिया गया। साथ ही पुलिसकर्मियों ने आरोपियों के रिश्तेदारों को चेतावनी भी दी। इसका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
सामने आए वीडियो में एक पुलिसकर्मी को फोन पर बात करते देखा सकता है। पुलिसकर्मी ने आरोपियों के संबंधियों को बताया कि अपराधियों को बोल दें कि थाने में आत्मसमर्पण करें वरना पूरा घर तोड़ देंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल में माफियाओं, अपराधियों और अवैध इमारतों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की शुरुआत कर अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं।
दो दिनों पहले, राजधानी लखनऊ के बालू अड्डे स्थित यजदान बिल्डर के अवैध निर्माण पर एलडीए का बुलडोजर चला था। जानकारी के मुताबिक, यजदान बिल्डर ने नजूल की जमीन पर बिना अनुमति के अपार्टमेंट खड़ा कर लिया था। इस मामले में एलडीए ने साल 2016 में भी ध्वस्तीकरण के आदेश दिए थे। हालांकि, मामला मंडलायुक्त के कोर्ट में चले जाने के कारण यह कार्रवाई नहीं की जा सकी थी।
इस बीच, मामले की सुनवाई जारी रही तो दूसरी तरफ, अपार्टमेंट निर्माण का भी बिल्डर ने जारी रखा। वहीं, 25 फरवरी 2022 को मंडलायुक्त कोर्ट ने भी अपार्टमेंट को गिराने का आदेश दे दिया, जिसके बाद एलडीए की टीम ने पुलिसबलों की मौजूदगी में अवैध अपार्टमेंट को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में बताते हुए कहा कि ये बिल्डिंग गैरकानूनी थी, प्राधिकरण से इसका कोई नक्शा पास नहीं हुआ था। आज ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। बिल्डिंग का निर्माण 2016 में शुरू हुआ जिसके बाद 2 बार बिल्डिंग को प्राधिकरण ने सील भी किया था, फिर भी निर्माण कार्य चलता रहा।”