पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देकर भारतीय जनता पार्टी से निलंबित की गई नूपुर शर्मा के समर्थन में साध्वी प्राची आ गई हैं। उनका कहना है कि हर सनातनी नूपुर के साथ है। उन्होंने कहा कि नूपुर को सच बोलने की सजा मिली है। इसके साथ ही सरकार को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को गिरफ्तार करके दिखाओ।
उन्होंने कहा, “मुझे बड़ी हंसी आती है कि सच बोलने की सजा कई लोगों को मिल चुकी है और नूपुर शर्मा को भी वही सजा मिल रही है, लेकिन यह बात याद रखना कि सच परेशान तो हो सकता है लेकिन पराजित नहीं होता।”
उन्होंने कहा कि आज हर सनातनी नूपुर शर्मा के साथ है। मैं भी उनके और नवीन जिंदल के साथ हूं। उन्होंने कहा, “मैं कहना चाहती हूं कि हिम्मत है तो ओवैसी को गिरफ्तार करके दिखाओ। वह फूल नहीं बरसा रहा। बरेली के तौकीर रजा ने 10 जून को खुलेआम 100 करोड़ लोगों को धमकी दी न? अभी देवबंद में जलसा हुआ था मदनी को गिरफ्तार करो, कह रहा है कि जो हमारे धर्म को स्वीकर करते हैं वह हिंदुस्तान में रहें।”
कानपुर मामले में उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जहां-जहां दंगा होता है, उसमें पीएफआई, आईएसआई का हाथ होता है। उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि जुमे की नमाज के बाद मौलवियों के भाषणों की रिकॉर्डिंग करवाई जाए। जहां पर दंगे होते हैं वहां की मस्जिद और मदरसों को तुरंत प्रतिबंधित कर दिया जाए। फिर कहीं दंगा नहीं होगा, अल्लाह भी खुश होगा और पूरा मोहल्ला भी खुश रहेगा।
ज्ञानवापी में हिंदुओं को मिले पूजा का अधिकार
साध्वी प्राची ने कहा, “ज्ञानवापी हमारा मंदिर था, है और रहेगा हमें पूरा विश्वास है। वहां नंदी जी विराजमान हैं। जल्द से जल्द वहां मंदिर का निर्माण होगा। कोर्ट आदेश देगा और कोर्ट में यह मामला चल रहा है। हमें वहां पर पूजा का अधिकार देना चाहिए।”
नूपुर शर्मा के समर्थन में उतरे त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय
त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने भी नुपूर का सर्मथन किया है। उन्होंने कहा, “अब मैं एक आम इंसान हूं और बीजेपी का सपोर्टर हूं, इसीलिए मुझे ना उससे कोई उम्मीद है और ना ही मैं डरता हूं। मैं इस पार्टी का समर्थन इसलिए करता हूं क्योंकि यह मेरी विचारधारा और धर्म, राजनीति एवं नेतृत्व को लेकर मेरी सोच से काफी मिलती-जुलती है। लेकिन नुपूर शर्मा के साथ पार्टी के रवैये से मैं दुखी हूं।”