पैगंबर मोहम्मद पर नुपूर शर्मा की टिप्पणी के विरोध में जुमे की नमाज के बाद देश के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुआ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया और पुलिस पर देशी बम भी फेंके। अटाला और करेली में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन कर रही भीड़ हिंसक हो गई और उन्होंने पुलिस की टीम पर पथराव किया। पथराव करने वालों में 10-12 साल के बच्चे बड़ी संख्या में शामिल थे। इस घटना में कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। पुलिस ने हिंसा के इस मामले में अब तक 37 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, पूरे मामले पर एडीजी ने कहा कि आसपास बिरयानी के ठेले लगा दिए गए थे और भीड़ जुटाकर बच्चों को पथराव के लिए प्रेरित किया गया।

एडीजी प्रयागराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जो प्रबंधक लोग हैं और जो AIMIM के नगर अध्यक्ष बने हैं और जो इस्लामिया मैनेजमेंट से जुड़े हैं… ये सब लोग वहां मौजूद थे। इन लोगों ने स्थिति को नियंत्रित नहीं किया। आसपास बिरयानी आदि के ठेले लगे हुए हैं और जहां भीड़ इकट्ठी होती है ये सभी दोषी हैं।”

उन्होंने कहा, “इन लोगों ने भीड़ इकट्ठा की और पथराव करने के लिए छोटे बच्चों को प्रेरित किया। इन सभी लोगों पर कार्रवाई होगी। वहां मस्जिद भी है और मदरसा भी है और उसी में से निकलकर लोग आए थे। ये पहले से बच्चों को आगे करके और आस्था की बात करके, इसको धार्मिक रूप देने की कोशिश की है लेकिन ये सभी शरारती तत्व हैं और राष्ट्रविरोधी तत्व हैं और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।” प्रयागराज में हिंसा की घटना पर एडीजी ने कहा कि ये लोग गुरिल्ला वॉर फेयर की तरह काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ये लोग ट्रेंड हैं जिनको कोई न कोई उकसा रहा था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद खुल्दाबाद और करेली थाना क्षेत्रों में विशेष समुदाय के लोगों ने नारेबाजी की और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। उन्होंने बताया कि इन इलाकों में नमाज समाप्त होने के बाद सभी अपने घर जा चुके थे, लेकिन बाद में कुछ युवा गलियों में निकल आए और पुलिसकर्मियों पर ईंट-पत्थर फेंकने लगे। एसएसपी ने बताया कि समझाने के बावजूद जब भीड़ शांत नहीं हुई तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को वहां से भगा दिया, लेकिन क्षेत्र में विशेष समुदाय की आबादी ज्यादा होने के कारण युवा बार-बार गलियों में आकर नारेबाजी करते रहे। उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है लेकिन पथराव में कुछ पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।

प्रयागराज एसएसपी ने कहा, “मास्टरमाइंड जावेद अहमद को गिरफ्तार किया गया है, इसके अलावा कई और मास्टरमाइंड हो सकते हैं। असामाजिक तत्वों ने नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल पुलिस और प्रशासन पर पथराव करने के लिए किया। 29 अहम धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है और गैंगस्टर एक्ट व एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने बताया कि इस मामले में 70 नामजद और 5000 से अधिक अज्ञात आरोपी हैं।

अब तक यूपी में 136 की गिरफ्तारी: वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की है। बता दें कि शुक्रवार की नमाज के बाद पैगंबर मोहम्मद पर भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर राज्य के कुछ शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए। प्रयागराज के अलावा, सहारनपुर, मुरादाबाद और फिरोजाबाद में भी प्रदर्शन हुए। इस मामले में अब तक 136 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि, प्रयागराज हिंसा के मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं।