राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक लड़ाई गर्मा गई है। दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर झूठ बोलने और देश को गुमराह करने का आरोप लगा रही हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के गढ़ में उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है और झूठ बोलने का आरोप लगाया है। पीएम ने रविवार (16 दिसंबर) को रायबरेली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, कुछ लोगों के लिए देश का रक्षा मंत्रालय झूठा है, भारतीय वायुसेना के अफसर झूठे हैं और अब तो देश की सर्वोच्च अदालत भी उन्हें झूठी लगने लगी है लेकिन हमारे यहां कहा गया है- “जयेत् सत्येन चानृतम्।” यानि झूठ बोलने की प्रवृत्ति पर सत्यवादिता से ही विजय प्राप्त होती है।”

पीएम ने रामचरित मानस की एक चौपाई का हवाला देते हुए कहा, “गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है कि भगवान राम किसी का व्यक्तित्व समझाते हुए कहते हैं, “झूठई लेना, झूठई देना, झूठई भोजन, झूठ चबेना”। यानि कुछ लोग झूठ ही स्वीकार करते हैं, झूठ ही दूसरो को देते हैं, झूठ का ही भोजन करते हैं और झूठ ही चबाते हैं।” पीएम ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए देश का रक्षा मंत्रालय भी झूठा है, देश की रक्षा मंत्री भी झूठी हैं, फ्रांस की सरकार भी झूठी है। उन्होंने कहा कि झूठा दाग लगाने के लिए कांग्रेस ने देश की सुरक्षा को ताक पर रख दिया है। आज देश के सामने दो पक्ष हैं। एक पक्ष है सत्य, सुरक्षा और सरकार का जबकि दूसरा पक्ष उन ताकतों का है, जो किसी भी कीमत पर हमारी सेना को मजबूत होने देना नहीं चाहती और कांग्रेस उनके साथ खड़ी है।

पीएम ने कहा, “हमारा एक ही मंत्र है, सबका साथ, सबका विकास।” उन्होंने कहा कि इसी मंत्र पर चलते हुए रायबरेली में भी 8 लाख लोगों के बैंक खाते खोले गए हैं, पौने दो लाख महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है, लगभग 55 हजार घरों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देकर रोशन किया गया है। मोदी ने कहा कि मुझे पता है कि उन्हें सिर्फ गाली देनी है। उन्होंने कहा, मोदी पर वो किसी भी तरह एक दाग लगा देना चाहते हैं, ये भी जानता हूं लेकिन जानना चाहता हूं कि इसके लिए देश को ताक पर क्यों रख दिया गया है?
देश की सुरक्षा से क्यों खिलवाड़ किया जा रहा है?

बता दें कि रायबरेली यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है। पीएम मोदी पहली बार वहां पहुंचे थे। उन्होंने कांग्रेस के इस गढ़ में पहुंचकर न केवल कई परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई बल्कि राज्य में 2019 के रण का आगाज भी कर दिया। पीएम ने वहां पहुंचकर पहले मॉडर्न कोच फैक्ट्री का निरीक्षण किया। उसके बाद 558 करोड़ रुपये की लागत से बने रायबरेली-बांदा हाइवे का भी लोकार्पण किया। साथ ही करीब 11,00 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी जिसमें 133 किलोमीटर लंबा रायबरेली मार्ग बुंदेलखंड, चित्रकूट, लखनऊ और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है।