उदयपुर की घटना के बाद अब इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लाम चर्चाओं में है। पीलीभीत से बीजेपी विधायक प्रवक्तानंद ने दावत-ए-इस्लामी को बड़ा खतरा बताया है। उनका आरोप है कि यह संगठन जिले में जगह-जगह गुल्लक के जरिए फंड इकट्ठा कर रहा है, जिसका पैसा आतंकी गतिविधियों के लिए किया जाएगा। उन्होंने इस बात की भी आशंका जताई है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
बीजेपी विधायक का आरोप है कि सरहदी जिला होने के कारण कोई बड़ी घटना हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि दुकानों पर जगह जगह गुल्ल्कें रखी जा रही हैं, जिन पर दावत ए इस्लाम का स्टीकर लगा है। उनका आरोप है कि इस तरह संगठन आतंक के लिए फंड जुटा रहा है।
उन्होंने कहा, “जिले में जगह-जगह पर डिब्बे रखवाए गए हैं। ये पैसा इकट्ठा करके भेजने का काम करते हैं ऐसी बातें भी संज्ञान में आई हैं। यह बहुत संवेदनशील मामला है। यह मामला मैं मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाउंगा और उनसे प्रार्थना करूंगा कि इस पर गंभीरता से विचार किया जाए और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।”
वहीं, शहर काजी मौलाना जरताब ने भी संगठन द्वारा जुटाए जा रहे फंड पर सवाल खड़े किए हैं। मौलाना जरताब रजा का कहना है, “प्रेस या मीडिया सभी के जरिए मैं आए दिन इस संगठन का विरोध करता रहा हूं। 2019 में भी मैंने भाषण देकर लोगों को इस संगठन के लिए आगाह किया था कि अपने बच्चों को इससे बचा लें। वरना, ये आपके बच्चों को कहां ले जाए और किस तरह इस्तेमाल करे। कुछ पता नहीं है, जिसका सरगना पाकिस्तान में बैठा हुआ है।”
गौरतलब है कि उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की दो लोगों ने दिन दहाड़े धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। शुरुआती जांच में घटना के आरोपियों रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद के इस संगठन से कनेकश्न की बात सामने आई थी। इन दोनों ने दर्जी की हत्या का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, और खुद ने भी वीडियो में कबूल किया था कि उन्होंने कन्हैयालाल की हत्या की है।
