खरीदारों से पैसे लेकर उन्हें तय वक्त पर फ्लैट ना सौंपने वाले बिल्डरों के खिलाफ यूपी सरकार कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 5 हजार फ्लैट्स की डिलीवरी ना करने वाले नोएडा के 8 बिल्डर्स गिरफ्तार किये जाएंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूपी सरकार द्वारा नोएडा में प्रॉपर्टी क्षेत्र की समस्याओं को हल करने के लिए गठित मंत्रियों के एक समूह ने गौतम बुद्धनगर के एसएसपी लव कुमार को इन बिल्डरों के गिरफ्तारी के आदेश दिये हैं। हालांकि इन बिल्डरों का नाम सार्वजनिक नहीं हो सका है। मंत्रियों के समूह में शामिल शहरी आवास मंत्री सुरेश खन्ना ने एसएसपी को उन सभी बिल्डरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया है जिन्होंने पैसे लेकर खरीदारों को अबतक फ्लैट नहीं दिया है। इसी साल सितंबर महीने में नोएडा पुलिस ने 6 बिल्डरों के खिलाफ 13 एफआईआर दर्ज किये थे। ये बिल्डर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अपना हाउसिंग प्रोजेक्ट चला रहे हैं।
मंत्रियों ने कमेटी ने इस बात पर जोर दिया कि दिसंबर तक 50 हजार फ्लैट्स की डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए बिल्डरों पर दबाव डाला जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अगस्त में ही लक्ष्य रखा था कि लोगों को दिसंबर तक 50 हजार फ्लैट्स मिल जाएं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे की अथॉरिटी के पास दिसंबर तक 32,500 फ्लैट्स सौंपने का प्लान है, लेकिन यूपी सरकार ने इन अथॉरिटी से पूछा है कि बचे हुए 17,500 फ्लैट्स डिलीवर करने के लिए प्लान हैं।
नोएडा अथॉरिटी के मुताबिक अगस्त 2017 तक 5,771 फ्लैट्स को निर्माण कार्य पूरा होने का प्रमाण पत्र दे दिया था। इनमें से नवंबर तक 5670 फ्लैट्स डिलीवर भी कर दिये गये थे। इसके अलावा 3,791 फ्लैट्स का काम जल्द पूरा किया जा रहा है। जबकि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने सरकार को बताया है कि उन्होंने 4 हजार 529 फ्लैट्स का पजेशन खरीदारों को पहले ही सौंप दिया है। 9,671 फ्लैट्स का 90 पर्सेंट काम पूरा हो चुका है। इनका काम जल्द खत्म करने की कोशिश की जा रही है। जबकि अधिकारियों की कोशिश है कि 5 हजार फ्लैट्स जनवरी 2018 तक बनकर तैयार हो जाएं।