राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को वोट डाले जाएंगे और 21 जुलाई को नतीजे आएंगे। लेकिन उसके पहले विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा विपक्षी दलों से अपने पक्ष में समर्थन की अपील कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के अलावा शिवपाल सिंह यादव, राजा भैया की जनसत्ता दल और ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने भी एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है।

समाजवादी पार्टी ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा की है। लेकिन यशवंत सिन्हा को लेकर बीजेपी अब समाजवादी पार्टी पर निशाना साध रही है। दरअसल योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यशवंत सिन्हा का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है।

एक समय जब यशवंत सिन्हा बीजेपी में थे और उस दौरान उन्होंने मुलायम सिंह को आईएसआई का एजेंट बताया था। यशवंत सिन्हा के बयान का एक पुराना कटआउट ट्विटर पर शेयर कर केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा, “सपा अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी जिन्हें आप राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दे रहे हैं, श्री मुलायम सिंह यादव जी के लिए दिये बयान पर क्या कहेंगे।”

बता दें कि यशवंत सिन्हा लगातार राष्ट्रपति पद के लिए प्रचार के दौरान बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। यशवंत सिन्हा ने हाल ही में कहा था कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो वह संवैधानिक मूल्यों को और मजबूत करेंगे और सरकार को ऐसा कोई भी काम नहीं करने देंगे, जो असंवैधानिक है। मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी को लेकर भी यशवंत सिन्हा ने कहा था कि जुबैर की गिरफ्तारी गलत है।

यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाया है, लेकिन विपक्ष के ही कई दलों ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। झारखंड में कांग्रेस की सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है। तो वहीं महाराष्ट्र में शिवसेना ने भी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है। आंध्र प्रदेश में टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस दोनों ही दलों ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया है।