उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की उम्मीदों को मजबूत करने के लिए पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी अगले महीने से अपने सबसे लंबे चुनाव प्रचार पर जाएंगे। उनकी यात्रा छह सितम्बर को पूर्वी यूपी के देवरिया से शुरू होगी। चार सप्ताह के प्रचार के दौरान वे 2500 किलोमीटर की दूरी कवर करेंगे। राहुल की यात्रा 55 लोकसभा और 223 विधानसभाओं से होकर गुजरेगी। इस दौरान वे 21 जिलों में सभाओं को संबोधित करेंगे। उत्तर प्रदेश के इंचार्ज महासचिव गुलाम नबी आजाद ने बताया कि राहुल इस यात्रा के दौरान बड़ी रैली नहीं करेंगे लेकिन छोटी सभाओं व रोड़ शो करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी बाढ़, फसल नुकसान का मुआवजा देने में सरकार की कमी और गन्ने का बकाया ना दिए जाने जैसे मुद्दे उठाएंगे। पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सभी ब्लॉक में 25 हजार घरों तक पहुंचने का प्लान भी बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बीमार है इसके चलते यूपी में राहुल ही प्रचार की कमान संभालेंगे। सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी वाड्रा भी पहली बार रायबरेली और अमेठी से बाहर प्रचार करेंगी। माना जा रहा है कि वे अक्टूबर से प्रचार शुरू कर सकती हैं।
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सूत्रों का कहना है कि इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी की दिखने और गायब होने की छवि को भी बदला जाएगा। भाजपा के चुनाव प्रचार से सबक लेते हुए कांग्रेस ने लोगों से संपर्क करने के कई अभियान शुरू कर दिए हैं। साथ ही परंपरा से हटते हुए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का एलान भी किया है। इसके तहत शीला दीक्षित को प्रत्याशी बनाया गया है। शीला दीक्षित और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर भी राज्य में यात्रा निकाल रहे हैं।
