मुलायम सिंह यादव और डिंपल यादव ने यादव परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव के लिए अलग-अलग रैली में चुनाव प्रचार किया। शिवपाल यादव के लिए पहले की गई दो रैलियों की तरह इस बार भी मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव का नाम तक नहीं लिया। लखनऊ कैंट में प्रचार के दौरान मुलायम सिंह यादव के साथ मंच पर कांग्रेस के नेता भी मौजूद थे। यादव ने अपर्णा यादव को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन का प्रत्याशी घोषित किया। इसके साथ ही अपर्णा ने मंच से ‘कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद’ का नारा भी लगाया। बता दें, मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ बयान दिया था।
वहीं दूसरी ओर यूपी सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने रैली में मौजूद लोगों से कहा कि आप गुमराह ना हों। उन्होंने कहा, ‘अपर्णा को विधायक चुनें, पर विधायक चुनने के साथ-साथ इस प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह उसका भी चुनाव है।’
आलमबाग इलाके में एक रेलवे वर्कशॉप मे मुलायम ने कहा, ‘अपर्णा को भारी बहुमत से जीता देना। हमसे जुड़ा हुआ मामला है। हमारा भी सम्मान जुड़ा हुआ है। हमारे लड़के की पत्नी है। हमारी बहू है। आपकी भी बहन या बहू है। हमें जिता देना।’
अखिलेश का नाम लिए बिना मुलायम सिंह यादव ने सपा सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि जो वादे साल 2012 में किए गए थे, उन्हें तीन साल के भीतर ही पूरे कर दिए गए। उनकी मौजूदगी में अपर्णा ने कहा, ‘शेर-ए-हिंद मुलायम सिंह जिंदाबाद, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद, अखिलेश यादव जिंदाबाद।’ अपर्णा ने दावा किया कि वे नेताजी के आशीर्वाद और सपां-कांग्रेस से सहयोग से जीत हासिल करेंगी।
मंच पर कांग्रेस लखनऊ सिटी कमेटी के अध्यक्ष बोध लाल शुक्ला और कांग्रेस के पार्षद गिरिश मिश्रा मौजूद थे। इनके अलावा कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता विरेंद्र मदान वीआईपी गैलरी में मौजूद थे। मंच पर पीछे लगे बैनर में मुलायम-अखिलेश की सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ तस्वीर लगाई गई थी।

नाका हिंडोला क्रॉसिंग पर डिंपल ने अपर्णा को युवा और महिला प्रत्याशी बताया। अप्रर्णा ने वहां पर डिंपल को ‘बड़ी भाभी’ और अखिलेस को ‘जेठ जी’ कहकर संबोधित किया। डिंपल ने कहा कि अखिलेश को एक मौका और दिया जाए। साथ ही डिंपल ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा, ‘हम समाजवादी लोग मन की बात नहीं, काम की बात करते हैं।’