उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पुख्ता करने और पुलिस के रवैए में बदलाव के पक्षधर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी चाहते हैं कि जनता थाने में बिना किसी डर के अपनी बात कह पाए और फरियादी को पुलिस की ओर से पूरा सम्मान मिले। पीड़ित की तत्काल एफआइआर दर्ज हो और थाना प्रभारी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करे। योगी ने अपनी यह मंशा गुरुवार को राजधानी की हजरतगंज कोतवाली के औचक निरीक्षण के दौरान जताई। पुलिसकर्मियों को व्यवहार में परिवर्तन लाने का निर्देश देते हुए कहा कि थाने पर फरियाद लेकर आने वाले शिकायतकर्ताओं को पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए। आवश्यकतानुसार शिकायतकर्ताओं को कागज और कलम भी उपलब्ध कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, हरपीड़ित व्यक्ति की तत्काल एफआइआर दर्ज कर थाना प्रभारी द्वारा वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। लेकिन अगर जांच के दौरान पता चले कि एफआइआर विद्वेष की भावना से गलत दर्ज कराई गई है तो शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई भी की जाए। योगी ने कहा कि प्रदेश के चहुंमुखी विकास और इसके प्रति लोगों की धारणा में सुधार के लिए राज्य की कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाया जाएगा। इसके लिए पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से काम करना होगा। जहां राज्य सरकार को पुलिस कार्मियों से गंभीरता पूर्वक अपने दायित्वों के निर्वहन की अपेक्षा है, वहीं इनके लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास भी किया जाएगा। उन्होंने कोतवाली के स्वागत कक्ष में उपस्थित लोगों से बातचीत कर उनकी कठिनाइयों को जाना और उनके निदान के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करने की व्यवस्था और साइबर क्राइम सेल का भी अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने महिला पुलिसकर्मियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि महिला पुलिसकर्मियों के लिए पर्याप्त आवास की व्यवस्था की जाए। साथ ही महिला पुलिसकर्मियों और महिला शिकायतकर्ताओं के लिए प्रत्येक थाने में पृथक प्रसाधन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने थानों में आने-वाले लोगों के लिए बैठने और पीने के पानी की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। साथ ही कोतवाली, थानों और चौकियों में पर्याप्त सफाई के साथ-साथ अभिलेखों के उचित रखरखाव की व्यवस्था भी करने के लिए कहा। योगी ने कहा कि पुलिस विभाग को इस प्रकार का माहौल तैयार करना चाहिए कि पुलिस दफ्तरों में लोग भयरहित होकर अपनी बात कह सकें। उन्होंने कहा कि समय-समय पर पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पुलिस कार्मिकों की बैरकों का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं और साफ-सफाई का अवलोकन करें। उन्होंने प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने के लिए हर जरूरी कदम उठाने का निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान जरूरतों को देखते हुए साइबर क्राइम रोकने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उन्होंने क्राइम ब्रांच और पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) के कार्यालय, लॉक रूम सहित परिसर में स्थापित विभिन्न अनुभागों का भी निरीक्षण किया। योगी ने कहा कि निरीक्षण एक शुरुआत है, जिसके फलस्वरूप पुलिस विभाग में निश्चित रूप से बदलाव दिखेगा। हजरतगंज कोतवाली होने के साथ-साथ इसके परिसर में पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक, महिला थाना और साइबर क्राइम सेल भी स्थापित है इसलिए इसके निरीक्षण का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के सभी नागरिकों और विशेष रूप से महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। निरीक्षण के दौरान योगी के साथ पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद, पुलिस महानिरीक्षक (लखनऊ जोन) सतीश गणेश, पुलिस उप महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
आदित्यनाथ के पास सिफारिश लेकर न पहुंचें सांसद : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भाजपा सांसदों को निर्देश दिया कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष अधिकारियों की नियुक्ति और स्थानांतरण के संबंध में कोई सिफारिश न रखें। मोदी ने कहा कि उनके प्रशासन को केवल सुशासन पर ध्यान केंद्रित करने देना चाहिए। सांसदों से मुलाकात करते हुए मोदी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार सफलता के लिए उनके कठिन परिश्रम पर उन्हें धन्यवाद दिया। सांसदों को पार्टी विधायकों के साथ मिल कर एक टीम की तरह काम करने को कहा ताकि राज्य में बदलाव लाया जा सके। बैठक में मौजूद एक सांसद ने कहा कि मोदीजी ने राज्य के पार्टी सांसदों और विधायकों को एक टीम की तरह काम करने की जरूरत पर बल दिया। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि हमें कठिन परिश्रम करने के लिए जनादेश दिया गया है, उत्सव मनाने के लिए नहीं। एक अन्य सांसद ने बताया कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि सांसदों को किसी अधिकारी की नियुक्ति या स्थानांतरण के लिए आदित्यनाथ को सिफारिश या संपर्क नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने जनादेश लोगों की सेवा करने और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने के लिए दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आवास पर सांसदों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार और पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा 15 सालों के बाद राज्य में सत्ता में आई है और हमें राज्य में परिवर्तन लाना है। इसे बीमारू राज्य की श्रेणी से निकाल कर विकसित बनाना है। मोदी ने सांसदों से कहा कि सरकार को राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था सुनिश्चित करके लोगों की उम्मीदों को पूरा करना चाहिए। उत्तर प्रदेश चुनाव परिणाम के बाद प्रधानमंत्री मोदी की भाजपा सांसदों के साथ यह पहली बैठक थी।