समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने बुधवार (26 अक्टूबर) को अपने मंत्री पवन पांडे को पार्टी से निकाल दिया। पवन को छह साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया गया। पवन पर आशू मलिक ने मारपीट का आरोप लगाया था। शिवपाल यादव ने कहा कि उन्होंने अखिलेश यादव को चिठ्ठी लिखकर पवन को मंत्री पद से हटाने के लिए भी कह दिया है। आशू ने कहा था कि पवन ने उनको चांटा मारा था। आशू मलिक को मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है। जिस दिन मुलायम सिंह ने स्टेज पर अखिलेश और शिवपाल को बुलाकर सुलह करवानी चाही थी जब आशू मलिक भी स्टेज पर मौजूद थे। मुलायम सिंह यादव ने ही आशू मलिक को स्टेज पर बुलाया था। मुलायम ने अखिलेश से कहा था कि उन्हें पार्टी के एक विधायक का खत मिला है जिसमें कहा गया है कि पार्टी में चल रही उथल-पुथल से मुस्लिम लोग पार्टी से दूर हो रहे हैं। इस बात को कहते हुए मुलायम ने आशू का नाम नहीं लिया था। लेकिन माना जा रहा था कि वह उन्हीं का जिक्र करना चाहते थे।
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गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी में इस वक्त घमासान मचा हुआ है। कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव को मंत्रीपद से बर्खास्त कर दिया था। इसके जवाब में मुलायम सिंह यादव ने अपने भाई और अखिलेश को सपोर्ट कर रहे रामगोपाल यादव को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। पार्टी में यह खींचतान बाहुबली मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के विलय को लेकर शुरू हुआ था। अखिलेश विलय के खिलाफ थे लेकिन चुनाव को ध्यान में रखते हुए शिवपाल विलय करवाना चाहते थे। अंत में मुलायम के कहने पर कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय हो भी गया था।
We have written a letter to UP CM to sack Pawan Pandey of the Ministerial position over clash with MLC Ashu Malik: Shivpal Singh Yadav pic.twitter.com/WURxLeCgQn
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 26, 2016