केन्द्र सरकार पर हमले तेज करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि भाजपा यूपी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए ‘किसी भी हद तक’ जा सकती है। मुलायम सिंह यादव के गढ़ आजमगढ़ के आईटीआई मैदान में रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने यह बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार और राज्य की सपा सरकार वोटों और ‘अपनी नाकामियों को छिपाने’ के लिए ‘साम्प्रदायिक भावनाएं’ भड़का सकती हैं। मायावती ने कहा, ”भाजपा और केन्द्र की नाकामियों को छिपाने के लिए, सरकार कश्मीर और आतंकवाद के मुद्दे पर जंग (पाकिस्तान से) भी छेड़ सकती है। लोगों ने सपा और खासकर भाजपा जैसी पार्टियों का डिजाइन समझ लिया है। भाजपा यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले या चुनाव के दौरान हिंदू-मुस्लिम दंगे भड़का सकती है और लोगों को सावधान रहना चाहिए।” उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में भाजपा की तिरंगा यात्रा इसीलिए आयोजित की गई है।
बसपा प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ”पूर्वांचल के लाेगों से किया गया कोई भी वादा पूरा नहीं करने” का आरोप लगाया। इसी क्षेत्र में उनका संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी आता है। उन्होंने कहा कि मोदी द्वारा ‘बेचे गए’ अच्छे दिनों के सपने बुरे दिन में गए हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की जन धन योजना और स्मार्ट सिटी के विकास जैसी योजनाएं सिर्फ ‘अमीर लोगों के लिए हैं।” उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार निजी क्षेत्र को काम देकर दलितों और ओबीसी के आरक्षण के फायदों को कम कर रही है। उन्होंने अपने पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वालों पर भी निशाना साधा। मायावती के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा कि मायावती निराश हैं क्योंकि उनके नेता उन्हें छोड़कर जा रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ”कांग्रेस, सपा और बसपा की तिकड़ी भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से परेशान है।”