केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में एक दलित प्रधान के पति को संदिग्ध हालात में जिंदा जला दिया गया। कथित तौर पर अधजली लाश ऊंची जाति के एक शख्स के अहाते से मिली। गंभीर रूप से जले हुए शख्स को अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक इस मामले में कुछ लोगो की गिरफ्तारी हुई है। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस ने गांव में पहरा लगा दिया है।
घटना मुंशीगंज इलाके के बंदोइया गांव की है। पीड़ित के परिवार ने बताया कि अर्जुन देर रात तक गायब थे। बाद में किसी ने देखा कि चहरदीवार के अंदर कोई चिल्ला रहा है और जल रहा है। सूचना पुलिस को दी गई फरेंसिक टीम के साथ रात में ही पुलिस गांव पहुंच गई। बाउंड्री के अंदर से अर्जुन अधजली अवस्था में निकाले गए। बाद में परिजनों ने इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान अर्जुन ने दम तोड़ दिया। अर्जुन की पत्नी छोटका गांव की प्रधान हैं। प्रधान पक्ष के लोग गांव के दूसरे लोगों पर उनको जलाकर मार डालने का आरोप लगा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने कहा कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। तहरीर के मुताबिक मामला दर्ज किया जाएगा। अर्जुन के परिवार में पत्नी छोटका, तीन बेटे सुरेंद्र, गोविंद, रविंद्र और दो बेटियां हैं और दोनों की शादी हो चुकी है। गांव के लोगों के मुताबिक कुछ दिन पहले ग्राम प्रधान के खिलाफ कुछ लोगों ने वित्तीय अनियमितता को लेकर शिकायत भी की थी जिसके बाद कहासुनी हुई थी। इस मामले की भी जांच चल रही है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के चुनाव क्षेत्र अमेठी में एक दलित प्रधान पति को ज़िंदा जला दिया गया।90 फीसद जली हालत में वो गांव में ऊंची जाति के एक शख्स के घर के हाते में मिले।अस्पताल जाते वक्त मौत हो गयी।कुछ आरोपी पकड़े गए हैं। pic.twitter.com/TAXD17P9qM
— Kamal khan (@kamalkhan_NDTV) October 30, 2020
परिवार के मुताबिक अर्जुन पास के ही चौराहे पर गए थे लेकिन जब देर रात तक नहीं लौटे तो मुंशीगंज थाने में सूचना दी गई। पुलिस रात में ही गांव पहुंची। दरअसल लाश सवर्ण के अहाते से मिली इसलिए इलाके में तनाव फैलने का डर है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।