आगामी लोकसभा चुनावों में अब कुछ ही महीनों का समय बाकी रह गया है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियां अभी से सक्रिय होने लगी हैं। चुनाव के लिए पार्टियों ने अभी से कमर कसनी शुरू कर दी हैं। उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार लोकसभा चुनावों के लिए प्रदेश में अपनी रणनीति को अमली जामा पहनाने में जुट गई है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने प्रत्येक महीने के 10 दिन सांसदों और विधायकों को गांवो में जाने का लक्ष्य सौंप कर चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है, तो वही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियो को चुनाव तक विदेश न जाने की सलाह दी है।
मंत्रियों को हिदायत- चुनाव तक न करें विदेश की सैर: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव तक अपने मंत्रियों को विदेश यात्रा पर ना जाने का निर्देश दिए हैं। मंत्रियो, विधायकों के विदेश यात्रा पर होने वाले अनावश्यक खर्चों में कटौती के उद्देश्य से भी सरकार ने विदेश यात्रओं को लेकर संवेदनशील दिखना चाहती है। प्रमुख सचिव की ओर से जारी शासनादेश में यात्रा व्यय में वित्तीय नियमों का कड़ाई से अनुपालन करते हुए ज्यादा खर्च करने से बचने को कहा गया है।
बात अगर लोकसभा चुनावों की करें तो इस बात से सभी राजनैतिक पार्टियां भली-भांति परिचित हैं कि दिल्ली की सत्ता पाने के लिए उत्तर प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। पिछले लोकसभा लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यूपी में दमदार प्रदर्शन करके ही केंद्र की सत्ता हासिल की थी, तब बीजेपी ने यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 71 सीट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज़ की थी। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में पिछले प्रदर्शन को दोहराने के उद्देश्य से अपने मंत्री, विधायकों और सांसदों को अभी से चुनावी लक्ष्य सौपने शुरू कर दिए। नेताओं को अपने अपने क्षेत्र में सक्रिय रहने के लिए कहा गया है।
पिछले महीने सीएम आवास पर हुए रात्रि भोज में विधायकों को सीएम के साथ-साथ बीजेपी प्रदेशअध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय और संगठन मंत्री सुनील बंसल ने निर्देश दिए कि पार्टी के सभी विधायक अपनी अपनी विधानसभा में जनसम्पर्क बढ़ाये और महीने के 10 दिन जनता के बीच गुजार कर सरकार की उपलब्धियां गिनाएं। सीएम योगी खुद रात्रिप्रवास कर योजनओं की जानकारी लेंगे और जनसम्पर्क अभियान को गति देंगे। सीएम योगी इसके पहले भी दीनदयाल जन्मशताब्दी समारोह के दौरान कई जिलों में रात्रि प्रवास कर चुके है।