उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार (24 जून, 2019) को एक के बाद एक कई ट्वीट कर आगामी चुनावी रणनीति और सपा संग गठबंधन पर स्थिति साफ कर दी है। उन्होंने कहा कि बसपा अब भविष्य में होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने दम पर लड़ेगी। शब्दों को घुमा फिराकर बसपा प्रमुख ने कहा कि सपा भाजपा को कभी हराने नहीं देगी इसलिए गठबंधन नहीं होगा। सुबह करीब 11 बजे किए गए ट्वीट में बसपा प्रमुख ने कहा, ‘बीएसपी की आल इण्डिया बैठक कल (23 जून, 2019) लखनऊ में ढाई घण्टे तक चली। इसके बाद राज्यवार बैठकों का दौर देर रात तक चलता रहा, जिसमें भी मीडिया नहीं था। फिर भी बीएसपी प्रमुख के बारे में जो बातें मीडिया में फ्लैश हुई हैं वे पूरी तरह से सही नहीं हैं जबकि इस बारे में प्रेसनोट भी जारी किया गया था।’

मायावती ने अपने अगले ट्वीट में सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि 2012-17 में सपा सरकार के दलित विरोधी फैसलों के बाद भी बसपा ने सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह निभाया। ट्वीट में लिखा गया, ‘वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया।’

अपने आखिरी ट्वीट में मायावती ने गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने की स्थिति साफ करते हुए लिखा, ‘लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अतः पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।’