उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवार चुनने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए तीन अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं जो पार्टी के चुनाव-पूर्व अभियान ‘परिवर्तन यात्रा’ के दौरान भावी उम्मीदवारों की पहचान करेंगी। इन टीमों के सदस्य ‘परिवर्तन यात्रा’ में सबकी गतिविधियों और संलिप्तता पर नजर रखेगी और भावी उम्मीदवारों की ताकत और क्षमता पर रिपोर्ट तैयार करेगी। इन अगले टीमों के सदस्य बीजेपी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और एक सामाजिक संगठन ‘सूर्य फाउंडेशन’ से होंगे, जो अपनी-अपनी इकाइयों को रिपोर्ट देंगे। इस फीडबैक को फिर केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाया जाएगा। भाजपा 5 नवंबर से सहारनपुर, 6 नवंबर से झांसी, 8 नवंबर से सोनभद्र और 9 नवंबर से बलिया में चार परिवर्तन यात्राएं शुरू की जाएंगी। वरिष्ठ पार्टी नेता और केंद्रीय मंत्री इन यात्राओं के दौरान रूट पर आम सभाएं कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलिया से शुरू हुई परिवर्तन यात्रा को गाजीपुर में संबोधित किया था। पार्टी सूत्रों ने कहा कि राज्य इकाई ने पार्टी स्तर पर सर्व करने के लिए हर जिले में कम से कम 12 कार्यकर्ताओं को लगाया है। यह लोग यात्रा के विधानसभा क्षेत्र पहुंचने से एक दिन पहले ही प्रस्तावित रूट पर चलते हैं, जनता से बात करते हैं और पता करने की कोशिश करते हैं कि उन्हें बीजेपी यात्रा और इसके कार्यक्रमों के बारे में जानकारी है या नहीं। वालंटियर्स टिकट के इच्छुक लोगों के बारे मे फीडबैक भी लेते हैं कि वे क्षेत्र में सक्रिय हैं और गांवों में भ्रमण कर यात्रा के बारे में बताया है या नहीं। सूत्रों ने कहा कि वालंटियर्स सभाओं के प्रवेश द्वार के आस-पास रहकर भीड़ को देखकर भावी उम्मीदवारों का जन-समर्थन जांचते हैं। यह वालंटियर्स भीड़ का वीडियो भी अपनी रिपोर्ट के साथ लगाते हैं। वे यह भी बताते हैं कि भावी उम्मीदवार ने उतनी भीड़ इकट्ठा की है या नहीं, जितनी भीड़ जुटाने का उन्होंने पार्टी से दावा किया था।
यात्रा के किसी जिले से गुजर जाने के बाद वालंटियर्स फिर से उसी रूट पर वापस जाकर यात्रा की सफलता और जीत की संभावना वाले उम्मीदवारों के बारे में बात करते हैं। एक मंडल से यात्रा गुजरने के बाद वालंटियर्स अपनी रिपोर्ट पार्टी के राज्य महासचिव (संगठन) पवन बंसल को सौंपते हैं। फिर यह रिपोर्ट राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) राम लाल को भेजी जाती है।
सूत्रों के अनुसार, ‘शाखा’ में शामिल होने वाले आरएसएस कार्यकर्ता हर जिले के सर्वे में हिस्सा ले रहे हैं। इन वालंटियर्स ने भी भावी उम्मीदवारों का ऐसा ही सर्वे कर जिला प्रचारकों को रिपोर्ट सौंपी है। इसके बाद यह रिपोर्ट आखिर में राम लाल और बीजेपी के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव (संगठन) शिव प्रकाश तक पहुंचती है।
बीजेपी के सूत्रों ने कहा कि सूर्य फाउंडेशन के वालंटियर्स सभाओं के दौरान भीड़ पर खास नजर रखते हैं और फीडबैक लेते हैं। एक वरिष्ठ भाजपा नेता के अनुसार, ”तीन संगठनों के कम से कम 40 वालंटियर्स विभिन्न टीमों में किसी भी जिले में, किसी भी वक्त काम कर रहे हैं। हर विधानसभा से कम से कम 10 टिकट चाहने वाले हैं, लेकिन मुश्किल से पांच-छह में ही संभावना लगती है। इस वक्त उनकी ताकत और जनता के बीच पकड़ की जांच सर्वे में की जा रही है।”