उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में एक 55 वर्षीय बुजुर्ग दाता राम को इस शक में मार डाला गया कि वह पुलिस को गो-हत्या की जानकारी देता था। पुलिस ने इस मामले में जाकिब और इफ्तिखार नाम के दो युवकों को अरेस्ट किया है।
घटना तब हुई जब गांव के चौकीदार दाता राम, अपने दोस्त अच्छे लाल मौर्या के साथ दो गायें लेकर लौट रहें थे। गायों को पुलिस ने अहरौला थानाक्षेत्र के एक खेत से कुछ घंटे पहले ही बरामद किया गया था। जब कोई गायों पर दावा जताने नहीं आया, तो पुलिस ने गायों की कस्टडी दाता राम और अच्छे लाल मौर्य को दे दी।
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अहरौला पुलिस स्टेशन के इंचार्ज ने कहा कि दाता राम गो-कशी और जानवरों के प्रति हिंसा करने वालों की जानकारी पुलिस को देता था। शुक्रवार रात, दाता राम और अच्छे लाल अपने घर लौट रहे थे जब शरारती तत्वों ने दाता राम की छाती पर पत्थर से हमला किया। दाता राम जमीन पर गिर गए और हमलावर भाग निकले। अच्छे लाल ने पुलिस को फोन किया। पुलिस दाता राम को अस्पताल लेकर पहुंची जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित किया।
दाता राम के बेटे वीर बहादुर ने अच्छे लाल द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर जाकिब और इफ्तिखार के खिलाफ अहरौला थाने में एफआईअर दर्ज कराई है। पुलिस ने शनिवार को दोनों को अरेस्ट कर लिया। उन्हें अदालत के सामने पेश किया गया जहां से उन्हें जुडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है।
एसएसपी आजमगढ़ अजय कुमार साहनी ने आशंका जताई है कि पुलिस इंफॉर्मर होने की वजह से दाता राम की हत्या हुई है। हालांकि उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।