राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को कानपुर में थे। लेकिन उनके कार्यक्रम स्थल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही हिंसक झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। हालांकि पुलिस ने कुछ ही देर में हालात पर काबू पा लिया और पुलिस ने दावा किया कि उसने हिंसा के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। घटना बड़ी थी क्योंकि देश के प्रथम नागरिक और देश के प्रधानमंत्री कानपुर में ही मौजूद थे।

इसी मुद्दे को लेकर समाचार चैनल आजतक पर बहस चल रही थी, जिसमें बीजेपी और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता, इस्लामिक स्कॉलर और यूपी हज कमेटी के अध्यक्ष मोहसिन रजा भी मौजूद थे। बहस के दौरान मोहसिन रजा अपनी बात रख रहे थे और योगी सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का समर्थन कर रहे थे, उसी दौरान सपा के प्रवक्ता अमीक जामेई ने पूछा कि बीजेपी की प्रवक्ता ने जो कुछ भी कहा था, क्या आप उसका खंडन करेंगे? आप सिर्फ नाम के मुसलमान है या फिर कैसे मुस्लिम हैं आप?

सपा प्रवक्ता का जवाब देते हुए मोहसिन रजा ने कहा, “प्रोफेट मोहम्मद को हिंदुस्तान के 100 करोड़ लोग मानते हैं और उनका सम्मान करते हैं। किसी ने अगर कोई बात की है तो किसी ने एक्सेप्ट नहीं किया है। लेकिन क्या उसके बदले में आप पूरे देश के अंदर दंगा करेंगे? 100 करोड़ लोग यहां उनके नाम पर छुट्टी मनाते हैं। सऊदी अरब में कोई छुट्टी नहीं मनाता है। यह हिंदुस्तान है और यहां मोहर्रम की छुट्टी भी होती है।”

मोहसिन रजा ने आगे कहा, “कानपुर की जो पूरी घटना थी वह सुनियोजित लगती है, क्योंकि जो आरोपी युवक ने कहा था कि ऐसा कोई आंदोलनों 5 तारीख करेंगे, लेकिन 3 तारीख को इसे साजिश के तहत किया गया, क्योंकि देश के राष्ट्रपति, देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वहां पर मौजूद थे। लेकिन हमारी सुरक्षा एजेंसियां इतनी चाक-चौबंद थी कि उस घटना को आगे नहीं बढ़ने दिया गया। साजिश को नाकाम भी किया गया और 12 घंटे में पकड़ कर दोषियों को जेल में भी डाला गया।”

बता दें कि कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने बताया कि अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें से 18 लोगों को शुक्रवार को ही गिरफ्तार किया गया था। मीणा ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों के बैंक खातों की जांच की जाएगी और पीएफआई सहित अन्य संगठनों के साथ उनके संबंध की जांच की जाएगी। वहीं यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी और उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी।