लोकसभा 2024 (Lok Sabha 2024) से पहले नीतीश कुमार खासे सक्रिय हैं। वो सभी सियासी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के सीनियर नेता धनंजय सिंह ने कहा कि यूपी के पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि नीतीश कुमार राज्य की फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ें। उन्होंने कहा कि जेडीयू सपा, बसपा और कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष को लोकसभा 2024 से पहले एकजुट करने की कोशिश कर रही है। धनंजय सिंह ने न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत में कहा, “पार्टी चाहती है कि नीतीश कुमार जी राज्य की फूलपुर सीट से चुनाव लड़ें।”
फूलपुर लोकसभा सीट से देश के पूर्व पीएम पंडित नेहरू और वीपी सिंह चुनाव जीत चुके हैं। कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जेडीयू भी इस सीट पर नजरें गड़ाए हुए हैं। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) कुर्मी जाति से संबंध रखते हैं। इस सीट की वर्तमान सांसद बीजेपी की केसरी देवी पटेल भी कुर्मी जाति से आती हैं। इस सीट पर करीब 3 लाख मतदाता कुर्मी जाति के बताए जाते हैं। इसके अलावा यहां दलित, मुस्लिम औऱ यादव मतदाताओं की भी अच्छी तादाद है।
विपक्षी एकता के सवाल पर धनंजय सिंह ने कहा कि हमें लगता है कि बीजेपी को सत्ता में लौटने से रोकरने के लिए विपक्षी एकता जरूरी है। अगर विपक्ष एकजुट हो जाएगा तो यह चुनाव एनडीए बनाम यूपीए हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि हमारे नेता राज्य में सपा, बसपा और कांग्रेस को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं। रालोद पहले से सपा के साथ में है। धनंजय सिंह से जब सवाल किया गया कि क्या बीएसपी को उनका ऑफर मंजरू होगा तो उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है।”
नीतीश कुमार ने हाल ही में सपा मुखिया अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात की थी। उनकी इस मुलाकात को सभी सियासी दलों को एक छाते के नीचे लाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। नीतीश कुमार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं। जेडीयू सूत्रों का कहना है कि मायावती को साथ लाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री कांग्रेस पर भरोसा कर रहे हैं।
2019 में बीजेपी जीती सबसे ज्यादा सीटें
आपको बता दें कि यूपी से 80 सांसद चुनकर लोकसभा जाते हैं। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपनी सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के साथ मिलकर 64 सीटों पर कब्जा किया था जबकि बसपा और सपा मिलकर 15 सीटें जीते थे। इस चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ रायबरेली लोकसभा सीट से संतोष करना पड़ा था। राहुल अमेठी में चुनाव हार गए थे।
धनंजय सिंह ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए जमीन पर मजबूत होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि सपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है। उसकी संख्या विधानसभा में बढ़ी भी है। धनंजय सिंह ने इस दौरान दावा किया कि अगर विपक्ष मिलकर चुनाव लड़ता है तो यूपी में 50 से ज्यादा सीटें जीती जा सकती हैं। नीतीश कुमार भी चाहते हैं कि पूरा यूपीए एकसाथ बीजेपी का मुकाबला करे।
उन्होंने कहा कि तीन राज्य- यूपी, बिहार औऱ झारखंड में 134 लोकसभा सीटें हैं। हमें 60 से 70 फीसदी सीटों को जीतने की कोशिश कर रहे हैं। यूपी में पार्टी जमीनी लेवल पर काम कर रही है। हमारी पार्टी यूपी में 6 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। धनंजय से जब यूपी में सीट शेयरिंग को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे की बातचीत अभी जल्दबाजी होगी। लेकिन गठबंधन को अंतिम रूप देने के बाद कोई समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा, ”फिलहाल हम जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, बस्ती और फूलपुर सीटों पर काम कर रहे हैं।”
