Smart Meter Installation Projects: पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम (पीवीवीएनएल) क्षेत्र में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इस क्षेत्र के अंदर आने वाले 14 में 67 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की जिम्मेदारी देश की अग्रणी स्मार्ट मीटरिंग और डिजिटल समाधान प्रदाता कंपनी इंटेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को दी गई है। इस कड़ी में पुराने मीटर को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदला जाएगा। आरडीएसएस के तहत स्मार्ट मीटरिंग और डिजिटल समाधान देने वाली इंटेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को यह नया टेंडर मिलने के बाद कंपनी के पास देश भर के करीब दो करोड़ घरों में बिजली के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की जिम्मेदारी है। उत्तर प्रदेश में इंटेलीस्मार्ट को आरडीएसएस के तहत वॉल्यूम के हिसाब से देश की सबसे बड़ी स्मार्ट मीटरिंग परियोजना का यह टेंडर मिला है। इस कंपनी का पोर्टफोलियो आकार करीब 20,000 करोड़ रुपये का है।
आरडीएसएस कार्यक्रम के तहत अन्य परियोजनाओं में गुजरात में इंटेलीस्मार्ट ने मध्य गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (एमजीवीसीएल) और दक्षिण गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (डीजीवीसीएल) से कुल 51 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए लेटर ऑफ अवॉर्ड (एलओए) हासिल किया है।
असम में कंपनी ने टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एपीडीसीएल) से 15 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर के लिए एलओए हासिल किया है। असम प्रोजेक्ट इंटेलीस्मार्ट के लिए भी एक सफलता की कहानी है, जहां इसने पहले 6 लाख से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटरों के लिए डिबिएफओओटी (डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ओन, ऑपरेट एंड ट्रांसफर) व्यवस्था के तहत भारत की पहली टेंडर प्रक्रिया वाली स्मार्ट मीटरिंग परियोजना हासिल की थी और रिकॉर्ड समय में 60 प्रतिशत से अधिक मीटर लगाने का लक्ष्य हासिल किया था। इसी तरह बिहार में इंटेलीस्मार्ट ने साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के लिए 36 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का प्रोजेक्ट जीता है।
इस परियोजना के बारे में बात करते हुए इंटेलीस्मार्ट के एमडी और सीईओ अनिल रावल ने कहा, ‘जब से वितरण क्षेत्र के लिए एक महत्वाकांक्षी और डिजिटलीकरण कार्यक्रम के रूप में स्मार्ट मीटरिंग की कल्पना की गई थी, तब से इंटेलीस्मार्ट सभी हितधारकों के साथ काम करते हुए आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहा है। इस प्रणालीगत दक्षता कार्यक्रम को शुरू करने के लिए एक व्यवहार्य और उपयोगी मॉडल बनाने के लिए इस अभूतपूर्व सफलता की कहानी का हिस्सा बनने का सौभाग्य मिला है।
उन्होंने कहा कि यह दुनिया भर में सबसे अग्रणी बिजली क्षेत्र के डिजिटलीकरण कार्यक्रमों में से एक है और यह न केवल वितरण कंपनियों के वित्तीय और परिचालन क्षेत्र में सुधार करने में मदद करेगा बल्कि ग्रीड में बड़े पैमाने पर नवीकरणीय ऊर्जा और ई-मोबिलिटी की सफलता के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। ये बड़ी परियोजनाएं एक बार फिर बिजली क्षेत्र में अग्रणी डिजिटलीकरण और उपयोगिताओं के लिए सबसे पसंदीदा डिजिटल भागीदार बनने में इंटेलीस्मार्ट की क्षमताओं में सरकार के विश्वास को दोहराती है। हमारी स्मार्ट मीटरिंग परियोजनाओं का सफल कार्यान्वयन, निश्चित रूप से देश को नेट ज़ीरो प्रतिबद्धताओं को साकार करने में सहायता करेगा और ऊर्जा परिवर्तन प्रयास का भी समर्थन करेगा।
इंटेलीस्मार्ट के बारे में –
इंटेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड भारत की अग्रणी स्मार्ट मीटरिंग और डिजिटल समाधान प्रदाता कंपनी है। यह राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष (एनआईआईएफ) और एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) का एक संयुक्त उद्यम है, जिसे उपयोगिताओं का सबसे पसंदीदा डिजिटल भागीदार बनने के मुख्य उद्देश्य से स्थापित किया गया है।
एक डिजिटल समाधान प्रदाता के रूप में इंटेलीस्मार्ट का लक्ष्य आरडीएसएस के तहत स्मार्ट प्रीपेड मीटर के बड़े पैमाने पर रोलआउट की जिम्मेदारी निभाते हुए डिजिटल हस्तक्षेप के साथ बिजली वितरण क्षेत्र में बदलाव लाना है। स्मार्ट मीटर इंफ्रास्ट्रक्चर, उपभोक्ता डेटा प्रबंधन और एआई/एमएल-आधारित विश्लेषण के साथ, कंपनी राज्य उपयोगिताओं को अतिरिक्त राजस्व स्रोत विकसित करने में सक्षम बनाकर उनके लिए काफी मूल्य बनाना चाहती है। लंबे समय में स्मार्ट मीटरिंग एक बेहतर स्मार्ट ग्रिड बनाने में मदद करेगी, जो भारत की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा को निर्बाध रूप से एकीकृत कर सकती है।