Har Ghar Tiranga: स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) को लेकर आज से केवल चार दिन बचे हैं। चार दिन बाद देशभर में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। पीएम मोदी की अपील के बाद भारतीय जनता पार्टी ने आज से देश भर में हर घर तिरंगा अभियान चलाया है। प्रधानमंत्री ने देशवासियों ने 15 अगस्त के दिन हर घर में तिरंगा लगाने की अपील की है। इसी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने बड़ा बयान दिया है। बर्क ने कहा कि घर पर तिरंगा लगाना जरूरी थोड़ी है, तिरंगा दिल में होना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक निजी टीवी चैनल ने सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क से सवाल पूछा- क्या वो इस स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा झंडा अपने घर पर लगाएंगे? मीडिया कर्मी के इस सवाल के जवाब में बर्क ने कहा, ‘यह सही बात है कि जब स्वतंत्रता दिवस होता है तो सब झंडा लगाते हैं, जुलूस निकालते हैं, सब कुछ करते हैं। जब होगा तो घर के बच्चे झंडा लगाते हैं, हमारे घर में भी झंडा लगेगा। सपा सांसद ने आगे कहा कि यह जरूरी नहीं है कि घर में झंडा लगाया जाए, दिल में तिरंगा होना चाहिए। 15 अगस्त को हर साल, हर घर में हर जगह पूरा देश कौमी एकता का दिन मनाता है। इसमें कोई नई बात नहीं है।’
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को दिल्ली में सांसदों की हर घर तिरंगा बाइक रैली को हरी झंडी दिखाई। सांस्कृतिक मंत्रालय के मुताबिक, आजादी के अमृत महोत्सव (एकेएएम) के तत्वाधान में 13 से 15 अगस्त तक पूरे देश में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाया जाएगा, जिसमें लोगों को घरों के परिसरों पर झंडे फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सांस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत इस कैंपेन की जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों ने एक तिरंगा बाइक रैली में हिस्सा लिया। हरी झंडी दिखाए जाने के बाद बाइक रैली इंडिया गेट से शुरू हुई और उसका एक गोल चक्कर लगाकर मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में खत्म हुई।
बता दें, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क अपने बयान के चलते अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। नई संसद भवन के उद्घाटन के वक्त उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था। शफीकुर्रहमान बर्क ने कहाल था, ‘मुझे नहीं लगता कि नई संसद बनाने की कोई आवश्यकता थी। पुराने वाले के पास सभी सुविधाएं हैं। हमें उसी का उपयोग करना चाहिए था। हमारी अर्थव्यवस्था संघर्ष कर रही है। ऐसे में वह पैसा समाज के गरीब और वंचित वर्गों की मदद पर खर्च किया जा सकता था।’
सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने आगे कहा था कि संसद को तो बना दिया, मगर मुल्क के हालात को नहीं देखा। लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है, देश की हालत बहुत ज्यादा खराब है। इन हालातों में पार्लियामेंट बनाना मुनासिब नहीं था। हमारे पास इतिहास मौजूद है। संविधान मौजूद है। यह भी हमारे देश के लोगों ने बनाया है। जिस के चेयरमैन डॉक्टर अंबेडकर थे।