आजादी के अमृत महोत्सव पर देश भर में तिरंगा फहराने की कवायद के बीच बुलंदशहर में एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। बीजेपी नेता 20-20 रुपए में तिरंगा बेचते दिखे। बीजेपी के एक नेता कैमरे पर बोलते दिखे कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत 20 रुपये में स्टाल लगाकर बिक्री हो रही है।

तिरंगा बेचे जाने पर सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर बीजेपी को आड़े हाथ लिया। राजेश मीणा ने लिखा कि आज़ादी के बाद की सरकारों ने देश की धरोहरो को संजोए रखा पर वर्तमान सरकार सब बेचने में लगी है। अब तिरंगे को भी बेचने में लगी है। अक्षय यादव ने लिखा यहां भी कमाने का अवसर खोज लिया। दुकानदारों की तो मजबूरियां हैं पर इन पाखंडियों की कोन सी मजबूरियां है वो भी कलेक्ट्रेट के बाहर?

रविंदर सिहाग ने लिखा कि सिर्फ़ एक तिरंगा ही नही बिकाऊ था उसे भी बेंच दिया आज वो भी गलियों में बिक रहा है। एक यूजर का कहना था कि कश्मीर फाइल्स की टिकटें फ्री में और तिरंगा 20 रुपये में। वाह री देशभक्ति। एक ने लिखा कि बीजेपी जनता को दे कुछ नही सकती लेकिन देश भक्ति के नाम पर जनता से पैसे कमा रही है। सबसे ज्यादा काला धन इसी पार्टी पर है।

RSS प्रमुख ने बदली डीपी

उधर नागपुर के अपने हेडक्वार्टर पर तिरंगे से गुरेज करने वाले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आज अपनी DP बदल डाली। उन्होंने भगवा ध्वज की जगह तिरंगा लगाया तो लोग भड़क गए। एक यूजर ने लिखा कि सब कुछ बेचते बेचते आखिरकार तिरंगा याद आ ही गया। इसको भी बेचो। एक ने लिखा कि मजबूरी में ही सही पर आखिर मानना पड़ा ये देश तिरंगे का है एकरंगा नहीं चलेगा।

एक ने लिखा कि सत्ता में बने रहने की मजबूरी है ये। एक ने संघ प्रमुख को गिरगिरट तक करार दिया। राजा एस के हैंडल से ट्वीट किया गया कि इसे कहते हैं जनता की, मिडिया की ताकत आखिर झकमार के इनको झुकना ही पडा। ये है तिरंगा सारे जहाँ से अच्छा। एक ने तंज कसते हुए कहा कि गोवलकर और माफी वीर सावरकर के आत्मा उनको कभी माफ नहीं करेगी।

एक यूजर का कहना था कि बस इतने में काम नहीं चलेगा। हर घर तिरंगा के अभियान के तहत RSS के मुख्य कार्यालय में 15 अगस्त को झंडारोहण होना चाहिए। ये अंग्रेजों के प्लेटफार्म के देश भक्ति काफी नहीं है। प्रदीप भाई पटेल के हैंडल से ट्वीट किया गया कि 75 साल से ही हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा ही है। मोदी सरकार देश के लोगों को मंहगाई, बेरोजगारी, भुखमरी और दलित, आदिवासी उत्पीड़न के विरोध के मुद्दों से ना भटकाएं। सरकार इन समस्या का समाधान ढूंढे व महंगाई कम करें, गरीबों को हर घर रोटी दें, युवाओं को हर घर रोजगार दें।