उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की थी और उसके बाद दोनों नेताओं में सुलह की खबरें सामने आई थी। शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर जसवंतनगर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा और जीत हासिल की। चुनाव के बाद अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच फिर खटास की खबरें सामने आने लगी हैं। अब सपा के सहयोगी दल भी शिवपाल यादव पर निशाना साध रहे हैं।
सपा के सहयोगी महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने कहा है कि, “शिवपाल सिंह यादव की नाराजगी ठीक नहीं है। वह एक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। अगर अखिलेश यादव जी उनको सपा की विधायक दल की बैठक में बुलाते तो यह उचित नहीं होता। अगर उनको सपा की विधायक दल में शामिल होना है तो वह अपनी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में कर दें। अगर अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव के साथ सपा विधायक जैसा व्यवहार करते, तो यह उचित नहीं होता।”
केशव देव मौर्य ने आगे कहा कि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी का इस्तेमाल अधिक नहीं हुआ जिससे गठबंधन को नुकसान का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से आरएलडी और ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा को तवज्जो दी गई ,अगर उसी तरह से उनकी पार्टी का इस्तेमाल किया जाता तो आज नतीजे कुछ और होते। वहीं सहयोगी दलों की बैठक को लेकर केशव देव मौर्य ने कहा कि मुझे अभी तक बैठक की कोई सूचना नहीं दी गई है।
बता दें कि शिवपाल यादव के बीजेपी में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ दिन पहले ही शिवपाल सिंह यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। योगी और शिवपाल की मुलाकात से ठीक कुछ मिनट बाद ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने पहुंचे थे। वहीं केशव प्रसाद मौर्य ने शिवपाल सिंह यादव की ज्वाइनिंग के सवाल पर कहा कि बीजेपी में अभी कोई वैकेंसी नहीं है।
दरअसल अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई थी और इसमें शिवपाल सिंह यादव को आमंत्रित नहीं किया गया था। शिवपाल सिंह यादव इस पर भड़क गए थे और उन्होंने कहा था कि वह भी समाजवादी पार्टी के विधायक हैं लेकिन उन्हें बैठक में नहीं बुलाया गया। शिवपाल के बयान के बाद सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि आज सपा के विधायकों की बैठक थी ,सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक 28 मार्च को होगी। शिवपाल सिंह यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और सपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए हैं।