यूपी के हापुड़ में पति के दो साल पहले निधन के बाद बेसहारा हुई महिला को उसके तीन सक्षम बेटों ने घर से निकाल दिया था। महिला भटकते हुए चौराहे पर आ गई। जहां पुलिस कोतवाल की नजर पीड़ित महिला पर पड़ गई। पुलिस ने उस महिला से उसकी हालत जानने के बाद उसके बेटों को फटकार लगाई और उसे साथ ले जाने के लिए कहा। लेकिन जाने से पहले महिला ने कोतवाल के गले लगकर उससे विनती की कि वह उसके बेटों के ऊपर कोई कार्रवाई न करें।
मामला यूपी के हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना क्षेत्र का है। स्थानीय अखबार करंट क्राइम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, थाना पिलखुवा के झपट्टापुर गांव में 85 वर्षीय जयपाली के पति होशियार सिंह का दो साल पहले निधन हो गया था। निधन के बाद बेसहारा हुई जयपाली के तीन बेटे हैं। बड़ा बेटा नौकरी करता है, जबकि दो बेटों के पास अपना खुद का कारोबार है। पति के निधन के बाद बेसहारा हुई जयपाली धीरे—धीरे अपने बेटों को बोझ लगने लगी। अंत में एक स्थिति यह भी आ गई कि बेटों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया।
पुत्रों के उत्पीड़न के बाद भी मां ने अपनी ममता का इजहार करते हुए उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही न करने की पुलिस से की गुहार। मां का दिल कितना मृदुल होता है इसका एक और उदाहरण कोतवाली हापुड़ नगर में देखने को मिला @Uppolice @dgpup @adgzonemeerut @igrangemeerut @upcoprahul #hapurpolice pic.twitter.com/oEvg2Isj4J
— HAPUR POLICE (@hapurpolice) 31 July 2018
जयपाली भटकते हुए हापुड़ नगर की तहसील चौपले पर आ गई। तहसील में कोतवाली पुलिस के कोतवाल महावीर सिंह और इंस्पेक्टर तरुणा सिंह ने उसे अकेले बैठकर रोते देखा। उन्होंने पास जाकर हाल पूछा तो जयपाली फफककर रो पड़ी। रोते हुए उन्होंने पूरी व्यथा कथा सुना दी। कोतवाल ने जयपाली को थाने में ले जाकर नाश्ता करवाया। जबकि सिपाही भेजकर तीनों बेटों को कोतवाली में बुलवा लिया।
तीनों लड़कों को कोतवाल महावीर सिंह ने बुलाकर फटकार लगाई और मां को साथ ले जाकर आदर सहित रखने के लिए कहा। थाने में तीनों लड़कों ने मां से माफी मांगी और घर में जाकर रखने के लिए तैयार हो गए। जब जयपाली थाने से चलने लगी तो उन्हें ऐसा लगा कि कहीं कोतवाल बाद में बेटों पर कोई कार्रवाई न करें। जयपाली ने कोतवाल के गले लगकर उनसे कहा कि मेरे बेटों पर अब कोई कार्रवाई न करना। हापुड़ पुलिस ने मां की ममता को बताने वाले इस वाकये को ट्विटर पर ट्वीट भी किया है।