वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में कोर्ट के आदेश के बाद लगातार दूसरे दिन सर्वे हुआ। दूसरे दिन मस्जिद के गुंबदों और दीवारों का सर्वे हुआ। सर्वे दोपहर 12 बजे तक खत्म होना था लेकिन दूसरे दिन का सर्वे तय समय से अधिक वक्त तक चला। सर्वे टीम रविवार को लगभग डेढ़ बजे बाहर निकली। टीम के सदस्यों ने बताया कि सर्वे अदालत के आदेश के अनुसार 12 बजे खत्म हो गया था और बाकी का समय काम समेटने व दस्तावेज बनाने में लग गया। ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे कल भी 2 घंटे होगा।

ज्ञानवापी सर्वे मामले में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि कल भी सर्वे होगा। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि कल सर्वे पूरा हो जाएगा। लगभग 80% काम पूरा हो गया है। वहीं, कुछ वकीलों का कहना है कि कोर्ट द्वारा तय किए गए समय के मुताबिक ही कल भी सर्वे होगा। सर्वे के दौरान दूसरे दिन भी मस्जिद परिसर के बाहर सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए थे।

इसके पहले, शनिवार को पहले दिन मस्जिद परिसर में सर्वे हुआ। एडवोकेट कमिश्नर अजय मिश्र और वादी-प्रतिवादी पक्ष के 52 लोग सर्वे के लिए परिसर के अंदर दाखिल हुए थे। वाराणसी कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे 17 मई तक पूरा करने और विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। दूसरी तरफ, ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है। एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पहले दिन के सर्वे के बाद सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि एक मस्जिद को छीन लिया गया, लेकिन वे दूसरी मस्जिद को नहीं खोने देंगे।

वहीं, दूसरे दिन के सर्वे के बाद भी ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। ओवैसी ने कहा, “कोर्ट का फैसला गलत है और इसको मैं गलत कहूंगा क्योंकि कोर्ट का यह फैसला 1991 के पार्लियामेंट एक्ट के खिलाफ है।” उन्होंने कहा, ‘मैं बार-बार कहता हूं इस सर्वे और वीडियोग्राफी के खिलाफ मस्जिद कमेटी और पर्सनल लॉ बोर्ड को सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, “मैं पीएम मोदी से पूछना चाहता हूं कि क्या वे संसद के 1991 एक्ट को मानेंगे या नहीं?”