बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मंगलवार को होने वाले घोसी उपचुनाव से ‘दूरी बनाए’ रखने को कहा है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक और अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता दारा सिंह चौहान के इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने की वजह से घोसी विधानसभा सीट खाली हो गई थी। घोसी विधानसभा में उपचुनाव के लिए मतदान पांच सितंबर को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा और मतगणना आठ सितंबर को होगी।

क्या बोले यूपी बसपा के प्रमुख

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने सोमवार को कहा,‘‘बहन जी (बसपा प्रमुख मायावती) हमारी नेता हैं, बहन जी का आदेश है कि हम लोग पूरी तरह से उपचुनाव से दूर रहें। हम लोगों का इस चुनाव से कोई मतलब नहीं है। हम लोग लोकसभा (चुनाव) की तैयारी में लगे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में विधायकों को तोड़फोड़ कर बड़ा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘तोड़फोड़ ना हो इसके लिए दल-बदल कानून भी बना है। इसके बावजूद लोगों ने नया तरीका खोजा है। जनता ने जिस विधायक को पांच साल के लिए चुना था, भ्रष्टाचार के तहत उससे इस्तीफा दिलवाकर अपने दल में शामिल करके उपचुनाव करा रहे हें और जनता पर खर्च का बोझ बढ़ा रहे हैं।’’ इस चलन को जनता के लिए नुकसानदेह बताते हुए पाल ने कहा कि बसपा इसका बहिष्कार करती है और बहन जी के निर्देशानुसार पार्टी इस उपचुनाव का हिस्सा नहीं है।

‘बहन जी ने कहा है कि हमें इस चुनाव में नहीं जाना है’

बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा, “बहन जी ने कहा कि हम पूरी तरह से चुनाव से बाहर हैं। अगर बहन जी ने हमसे कहा है कि हम चुनाव से दूर रहेंगे तो गांव तक में मौजूद हमारे कार्यकर्ता वही मानेंगे जो बहन जी कहेंगी।’’ पाल ने कहा, ‘‘जब हम लोग चुनाव से बाहर हैं तो इसमें वोट देने न देने की बात कहां से आ गयी। बहन जी का संदेश पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता तक पहुंच गया हैं कि हम चुनाव के बाहर हैं क्योंकि जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा और षडयंत्र किया जा रहा है। जब हमारी पार्टी चुनाव से बाहर हैं तो हमारे अपने मतदाता वोट कैसे डालेंगे?”

घोसी विधानसभा उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। बहुजन समाज पार्टी ने यहां अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। अनुमान के मुताबिक, घोसी में लगभग 4.38 लाख मतदाताओं में से 90,000 मुस्लिम, 60,000 दलित और 77,000 अगड़ी जाति से हैं, जिनमें 45,000 भूमिहार, 16,000 राजपूत और 6,000 ब्राह्मण शामिल हैं।